Jaipur: मार्च तक NWR होगा इलेक्ट्रिफाइड ! 4772 किमी रूट में कार्य हुआ पूरा
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Jaipur: मार्च तक NWR होगा इलेक्ट्रिफाइड ! 4772 किमी रूट में कार्य हुआ पूरा

Jaipur news: उत्तर पश्चिम रेलवे पर इन दिनों इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर ट्रेन संचालन को बढ़ावा दिया जा रहा है. ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य तीव्र गति के साथ किया जा रहा है. यानी अगले 3 माह में विद्युतीकरण पूरा कर लिया जाएगा.

 

मार्च तक NWR होगा इलेक्ट्रिफाइड

Jaipur news: उत्तर पश्चिम रेलवे पर इन दिनों इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर ट्रेन संचालन को बढ़ावा दिया जा रहा है. ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य तीव्र गति के साथ किया जा रहा है. इस वित्त वर्ष में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 806 किमी रेल लाइनों का इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा चुका है. क्या है उत्तर-पश्चिम रेलवे का टारगेट, कितने क्षेत्र में हुआ है विद्युतीकरण.

लगातार तीव्र गति से कार्य 
इलेक्ट्रिफाइड रूटों पर ट्रेनों का संचालन बढ़ाने के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे लगातार तीव्र गति से कार्य कर रहा है. उत्तर-पश्चिम रेलवे प्रशासन ने पूरे जोन में सभी ब्रॉडगेज लाइनों का इलेक्ट्रिफिकेशन करने का लक्ष्य मार्च 2024 तक रखा है. यानी अगले 3 माह में विद्युतीकरण पूरा कर लिया जाएगा. रेलवे महाप्रबन्धक अमिताभ रेल विद्युतीकरण के कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. विद्युतीकरण के कार्य को उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में पिछले वर्षों के बजट में प्राथमिकता प्रदान की गई है. 

विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण
उत्तर पश्चिम रेलवे पर अब तक कुल 4772 रूट किलोमीटर रेल लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. वहीं वर्ष 2023-24 में अब तक 806 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया गया है. उत्तर पश्चिम रेलवे पर 138 जोड़ी ट्रेनें विद्युत ट्रेक्शन पर संचालित की जा रही हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे पर सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण होने से ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ेगी. जिससे यात्रा के समय में बचत होगी. साथ ही डीजल की जगह बिजली के प्रयोग से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा व राजस्व में भी बचत होगी.

 

वित्त वर्ष 2023-24 में कौनसे कार्य हुए पूरे
- डीडवाना-डेगाना (63 किलोमीटर), श्रीगंगानगर-गजसिंहपुर (68 किलोमीटर) पूरा

- पीपाड़ रोड-मेड़ता रोड (56 किलोमीटर), समदडी-जालौर (57 किलोमीटर) पूरा
- खारवाचांदा-जयसमंद रोड़ (38 किलोमीटर), बाडमेर-गडरा रोड (81 किलोमीटर) पूरा

- पीपाड रोड-राई का बाग (43 किलोमीटर), भीखमखोर-फलौदी (56 किलोमीटर) कार्य पूरा
- गडरा रोड-मुनाबाव (39 किलोमीटर), बीकानेर-लालगढ (9 किलोमीटर) कार्य पूरा

- लालगढ़-नोखडा (83 किलोमीटर), नोखडा-फलौदी (74 किलोमीटर) कार्य पूरा
- मेड़ता रोड़-मेड़ता सिटी (14 किलोमीटर), भीलडी-रानीवाड़ा (71 किलोमीटर) कार्य पूरा

- जयसंमद-डूंगरपुर (53 किलोमीटर) रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ पूरा

विद्युतीकरण 215 करोड़ की लागत
इसके अलावा उदयपुर से हिम्मतनगर का विद्युतीकरण 215 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. जिसमें उदयपुर-जयसंमद रोड़ का कार्य पूर्ण हो गया है. सूरतगढ़-लालगढ़-फलौदी व फलौदी-जोधपुर-समदडी-भीलडी प्रोजेक्ट 917 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. जिसमें सूरतगढ़-लालगढ़-फलौदी व जैसलमेर-फलौदी-जोधपुर-समदडी और रानीवाड़ा-भीलडी का कार्य पूर्ण हो गया है. हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर-सरूपसर-सूरतगढ़, सरूपसर-अनूपगढ़ सहित विद्युतीकरण 241 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. जिसमें से हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर-गजसिंहपुर का कार्य पूर्ण हो गया है.

78 करोड़ की लागत 
 थियात हमीरा-सोनू, पीपाड़ रोड-बिलाडा, मकराना-परबतसर और मेड़ता रोड़-मेड़ता सिटी सहित 78 करोड़ की लागत से विद्युतीकरण किया जा रहा है. जिसमें मकराना-परबतसर और मेड़ता रोड़-मेड़ता सिटी का कार्य पूर्ण हो गया है. बीकानेर-मेड़ता रोड़-जोधपुर और फुलेरा-मेड़ता रोड 445 करोड़ की लागत से कार्य जारी है, जिसमें बीकानेर-मेड़ता रोड़-जोधपुर और मकराना-मेड़ता रोड का कार्य पूर्ण हो गया है. इन सभी रेलमार्गों पर विद्युतीकरण पूरा करने का लक्ष्य मार्च माह तक रखा गया है. इन कार्यों के हो जाने से उत्तर पश्चिम रेलवे पर लगभग सभी ब्रॉड गेज लाइनों का विद्युतीकरण हो जाएगा.

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