झोटवाडा में एक किराणा स्टोर के संचालक ने शिकायत दर्ज कराई की. उसकी दुकान पर करीब तीन-चार महीने से एक ग्राहक सामान खरीदने आ रहा है.
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Jaipur: राजधानी जयपुर (Jaipur News) की झोटवाडा थाना पुलिस ने फर्जी इंस्पेक्टर बनकर ठगी की वारदात करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया है कि आरोपी कालू ऊर्फ राहुल शेखावत (Rahul Shekhawat) पहले भी ठगी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. आरोपी के पास से पुलिस को राजभवन सचिव, एनआईए (NIA) अधिकारी समेत 14 अधिकारियों की सील-मोहर मिली है.
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जानकारी के अनुसार, झोटवाडा में एक किराणा स्टोर के संचालक ने शिकायत दर्ज कराई की. उसकी दुकान पर करीब तीन-चार महीने से एक ग्राहक सामान खरीदने आ रहा है. 14 अक्टूबर को दोपहर को आरोपी तीन स्टार वाली पुलिस वर्दी में आया. उसने किराणा संचालक को बताया कि वह पुलिस लाइन चांदपोल का इंचार्ज हैं. पुलिस लाइन मैस के लिए सामान लेना चाहते है. उसने 15 दिन में करीब 25 क्विटंल आटा और इसी के हिसाब से अन्य राशन का सामान की डिमांड रही. आरोपी ने किराणा संचालक को बताया कि पुलिस लाइन मैस में हर रोज 5000 जवान खाना खाते है.
उसने बताया कि पुलिस लाइन चांदपोल, पुलिस लाइन जलमहल (Police Line Jalmahal) के लिए राशन चाहिए. यही नहीं आरोपी ने तीन लेटर, जिसके साथ राशन की सूची भी दे गया. तीनो लेटर कार्यालय रिजर्व पुलिस लाइन चांदपोल के लेटरपेड के थे, जिन पर नीचे जिला पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर की सील भी लगी हुई थी. आरोपी के हावभाव देखकर किराणा संचालक को शक हुआ और उसने परिचित पुलिस वालो से पता करवाया तो सभी ने राहुल शेखावत नाम के पुलिस इंस्पेक्टर को पहचानने से मना कर दिया.
इसके बाद पुलिस (Jaipur Police) ने मामला दर्ज कर परिवादी द्वारा बताए समय अनुसार फर्जी इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया, जिसे आज वर्दी में परिवादी की दुकान पर सामान की डिलेवरी लेने के लिए आने पर टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया. पुलिस को फर्जी इन्सपेक्टर के कब्जे से चार पुलिस वर्दी, एसीबी इंस्पेक्टर, पुलिस इंस्पेक्टर और आबकारी इंस्पेक्टर के फर्जी आईडी मिले. इसके अलावा सचिव राजभवन, एनआईए, अतिरिक्त महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर, अतिरिक्त महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर, आयुक्त राजस्थान आबकारी विभाग उदयपुर, उपायुक्त राजस्थान आबकारी विभाग उदयपुर, पुलिस अधीक्षक बाडमेर, आयुक्त राजस्थान पुलिस जयपुर, जिला पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर की सील और मोहर भी बरामद की गई.
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फर्जी इंस्पेक्टर कालू उर्फ राहुल शेखावत जब पकड़ा गया तो उसने असली पुलिस टीम पर भी अपना रौब झाड़ा. उसने पुलिसकर्मियों से रौब झाड़ते हुए कहा कि मैं एसीबी (ACB) इन्सपेक्टर राहुल शेखावत हूं. आप मुझे जानते नहीं मैं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करुंगा. इसके बाद आरोपी भागने लगा, जिसको स्पेशल टीम के सदस्यों ने काबू किया. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी पूर्व में भी ठगी के 20-21 मामलों में गिरफ्तार हो चुका है. पुलिस टीम द्वारा पुछताछ में आरोपी ने खुद को पूर्व में बोर्डर होमगार्ड गंगानगर में ड्यूटी होना बताया. पैसों के लालच के चक्कर 2015 से 2019 तक आर्मी, पुलिस और आबकारी मे नौकरी लगाने के नाम पर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अलग-अलग 19 से 20 मुकदमों में गिरफ्तार हुआ था. आरोपी की जमानत होने के बाद स्वयं की टीम बना कर राजस्थान में अलग-अलग जिलो में नौकरी लगाने के नाम ठगी की वारदात की गई, जिसमें आरोपी इन्सपेक्टर की वर्दी लगाकर भोले-भाले लोगों से मुलाकात करता और उनको झांसे में लेकर उनके साथ ठगी करता.
जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ पंजाब में आठ मामले दर्ज हैं तो हरियाणा में एक मामला दर्ज है. राजस्थान के भी अलग-अलग जिलों में आरोपी के खिलाफ मामले दर्ज हैं. झोटवाडा में गिरफ्तारी से पहले आरोपी के खिलाफ 20 मामलें दर्ज हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल ने भंवर लाल निवासी नागौर से रीट एग्जाम का पेपर दिलवाने के नाम पर 50 हजार रुपये और 2 कार ठगी की वारदात की. कालूराम मीणा और अर्जुन मीणा से आबकारी में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार रुपये और एक स्विफ्ट गाड़ी ले रखी हैं. सीताराम सैनी निवासी शाहपुरा से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 2 लाख रुपये की ठगी कर रखी है. कर्मवीर निवासी राजगढ़ चुरू से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 20 हजार रुपये की ठगी कर रखी है तो चन्द्रकांत शर्मा निवासी कांटा चौराहा झोटवाडा से आबकारी में भर्ती करवाने के नाम पर 20 हजार रुपये की ठगी कर रखी है.