Jaipur: नगर पालिका में सफाई कार्मिकों की हाजिरी में घोटाला, वेरिफिकेशन में बाहर आया सच
Advertisement

Jaipur: नगर पालिका में सफाई कार्मिकों की हाजिरी में घोटाला, वेरिफिकेशन में बाहर आया सच

  राजधानी जयपुर की चौमूं नगर पालिका सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपए खर्च करती है लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है. पिछले कई दिनों से सफाई कर्मचारियों के वेतन के नाम पर नगर पालिका प्रशासन सरकार पर लाखों रुपए का चूना लगा रहा था.

 Jaipur: नगर पालिका में सफाई कार्मिकों की हाजिरी में घोटाला, वेरिफिकेशन में  बाहर आया सच

Chomu:  राजधानी जयपुर की चौमूं नगर पालिका सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों रुपए खर्च करती है लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है. पिछले कई दिनों से सफाई कर्मचारियों के वेतन के नाम पर नगर पालिका प्रशासन सरकार पर लाखों रुपए का चूना लगा रहा था. लेकिन अधिशासी अधिकारी देवेंद्र जिंदल की सतर्कता से सरकारी पैसे का दुरुपयोग होने से बच गया. 

 दरअसल, नगर पालिका में 153 सफाई कर्मचारियों संविदा पर सेवा दे रहे हैं लेकिन फिर भी शहर की सफाई नहीं हो रही है. इस तरह की बार-बार शिकायत मिलने पर अधिशासी अधिकारी ने सफाई निरीक्षक कमेटी का गठन किया जिसमें नगर पालिका के कर्मचारियों सहित वार्ड पार्षदों को शामिल किया.  इतना ही नहीं स्वास्थ्य निरीक्षक 
जय किशन ने 153 सफाई कर्मचारियों की सूची अधिशासी अधिकारी को सौंपी थी.

अधिशासी अधिकारी को 153 सफाई कर्मचारियों की सूची का अधिशासी अधिकारी ने भौतिक सत्यापन करवाया तो बड़े चौंकाने वाला खुलासा हुआ. भौतिक सत्यापन के दौरान 56 कर्मचारी उपस्थित नहीं हुए. कुल मिलाकर 56 कर्मचारियों का वेतन उठाया जा रहा था, लेकिन यह कर्मचारी नगर पालिका में काम नहीं करते थे. इन कर्मचारियों को अनुचित रुप से लाभ पहुंचाने के मामले में स्वास्थ्य निरीक्षक की घोर लापरवाही को देखते हुए. 

अधिशासी अधिकारी में स्वास्थ्य निरीक्षक जय किशन सैनी को नोटिस थमाया है. पिछले 1 सप्ताह से नगरपालिका में सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई थी,सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे  जिस वेलफेयर सोसाइटी को संविदा कर्मी लगाने का ठेका दिया था वह कर्मचारियों के वेतन पर जीएसटी सहित वेतन वसूल कर रहा था ।इस वजह से बिल भी रोक दिए गए थे. तो कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे . वेरिफिकेशन में मौजूद कर्मचारियों को एक बार फिर से नियुक्ति देकर अधिशासी अधिकारी ने सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की है. बीजेपी पार्षद बाबूलाल यादव ने चेयरमैन पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर नगरपालिका के मुखिया के बस की बात नहीं है तो ऐसे पद को छोड़ देना चाहिए.

खबरें और भी हैं...

BSER REET Result 2022: रीट के रिजल्ट का इंतजार इस दिन हो सकता है खत्म, ये होंगे क्वालिफाई मार्क्स

Rajasthan Politics : पायलट परिवार से अशोक गहलोत की है पुरानी दुश्मनी, हर मौके पर जीता जादूगर

केंद्र के बाद अब राजस्थान सरकार ने भी PFI पर कार्रवाई के दिए आदेश, इनकी सहमति के बाद आया ये फरमान

Trending news