शिक्षा के अधिकार के तहत निकाली गई लॉटरी, इस बार 36 हजार 478 विद्यालय RTE के लिए पात्र
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शिक्षा के अधिकार के तहत निकाली गई लॉटरी, इस बार 36 हजार 478 विद्यालय RTE के लिए पात्र

निजी स्कूलों में कक्षा 1 की 25 फीसदी सीटों पर शिक्षा के अधिकार के तहत निशुल्क प्रवेश की लॉटरी आज निकाली गई. 

प्रदेश की निजी स्कूलों में कक्षा एक की 25 फीसदी सीटों पर होता है प्रवेश.

Jaipur : निजी स्कूलों में कक्षा 1 की 25 फीसदी सीटों पर शिक्षा के अधिकार के तहत निशुल्क प्रवेश की लॉटरी आज निकाली गई. शिक्षा संकुल में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने लॉटरी निकाली. इस साल कोरोना की दूसरी लहर के चलते आरटीई के प्रवेश आवेदन प्रक्रिया देरी से शुरू हुई, लेकिन विभाग की ओर से जल्द ही आवेदन करने के बाद लॉटरी निकाली. इसके साथ ही करीब 1 लाख 11 हजार बच्चों को प्रदेश की 25 हजार से ज्यादा निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा.

शिक्षा के अधिकार के तहत निकाली गई आरटीई की लॉटरी
प्रदेश की निजी स्कूलों में कक्षा एक की 25 फीसदी सीटों पर होता है प्रवेश
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा संकुल में आज निकाली लॉटरी
इस साल 25 हजार 475 स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन हुए प्राप्त
1 लाख 11 हजार 98 विद्यार्थियों के 2 लाख 83 हजार 425 आवेदन हुए प्राप्त
आरटीई के तहत 6 थर्ड जेंडर बच्चों के 20 आवेदन भी विभाग को हुए प्राप्त
शिक्षा विभाग की ओर से अब जल्द आगे की कार्रवाई को दिया जाएगा अंजाम

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शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारियों की मौजूदगी में लॉटरी का बटन दबाकर लॉटरी निकाली. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि "इस साल कोरोना के चलते लॉटरी आवेदन प्रक्रिया में कुछ देरी हुई, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने समय पर लॉटरी निकालने का काम किया. निजी स्कूलों में भी गरीब बच्चों अच्छी शिक्षा मिले इसको लेकर शुरू की गई आरटीई की प्रक्रिया के तहत ये प्रवेश दिए जाते हैं. साथ ही बच्चों की इस शिक्षा का पूरा खर्च जो सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है वो भी दिया जाता है."

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि "सरकारी स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता सुधारने के लिए भी शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं, जिसके तहत अब स्कूलों को उनकी पढ़ाई के साथ ही अन्य मापदंडों पर ग्रेडिंग दी जाएगी. इसके साथ ही जब कोई बच्चा स्कूल में प्रवेश लेने जाए तो उसको ग्रेडिंग के आधार पर स्कूल चुनने में आसानी हो सके. साथ ही प्रदेश के सरकारी स्कूल को भी निजी स्कूलों के बराबर लाया जा सके,,इस साल करीब 8 लाख से ज्यादा नामांकन सरकारी स्कूलों में बढ़े हैं, जो बताता है कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों की काया अब पलट रही है."

हालांकि लॉटरी निकालने का समय 3 बजे निर्धारित था और शिक्षा मंत्री समय पर पहुंचे, लेकिन अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग पीके गोयल के समय पर नहीं आने से शिक्षा मंत्री ने थोड़ी नाराजगी भी जताई.

 

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