शहीद के आश्रितों को नहीं मिल पा रही एक्सग्रेसिया, सरकारी दफ्तरों में फाइल काट रही चक्कर
Advertisement

शहीद के आश्रितों को नहीं मिल पा रही एक्सग्रेसिया, सरकारी दफ्तरों में फाइल काट रही चक्कर

शहीद के आश्रितों को मिलने वाली दया मूलक यानी एक्सग्रेसिया की फाइल सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Jaipur: राजस्थान के तीन जवानों ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में ट्रेनिंग के दौरान अपने प्राण गवां दिए. मृतक जवानों के आश्रितों को मिलने वाली दया मूलक यानी एक्सग्रेसिया की फाइल सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है. हालात कुछ 'भोलाराम का जीव की कहानी' जैसे हैं. करीब दो साल बाद अब फाइल मंजूरी के लिए वित्त विभाग भेजी गई है. ऐसे में आश्रितों को एक्सग्रेसिया अब सरकार की 'दया' पर निर्भर हो गई है.

यह भी पढ़ें-Rajasthan में गहराया बिजली संकट, जानिए कहां होगी कितनी कटौती

वर्ष 2017 में राजस्थान में 13 हजार से ज्यादा कांस्टेबलों की हुई भर्ती  
कांस्टेबल भर्ती के बाद राजस्थान में ट्रेनिंग सेंटरों में जगह नहीं बची तो वर्ष 2019 में एक बैच छत्तीसगढ़ के भिलाई ट्रेनिंग सेंटर (Bhilai Training Center) पर ट्रेनिंग के लिए भेजा गया. ट्रेनिंग में  3 जून 2019 को दौड़ के दौरान तबीयत खराब हुई और बाद में इलाज के दौरान तीन कांस्टेबलों की मौत हो गई. तीनों कांस्टेबलों की मौत के बाद पुलिस कमिश्नरेट से उनके आश्रितों को दया मूलक राशि देने के लिए प्रस्ताव भिजवाया गया. इसके बाद से आज तक प्रस्ताव सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगा रहा है. वहीं मृतक आश्रित हर दिन सरकार की दया के इंतजार में है.

यह भी पढ़ें-कभी मुगल शासक अकबर भी मांगते थे इस मंदिर में मुराद, यहां होती है हर मनोकामना पूरी

  • भिलाई ट्रेनिंग सेंटर में कांस्टेबल सोहन लाल गुर्जर, मोहन लाल चौधरी, अजय सिंह शेखावत की मृत्यु हुई थी.
  • डीसीपी हैड क्वार्टर, जयपुर कमिश्नरेट से तीनों मृत कांस्टेबलों के परिजनों को दया मूलक राशि का प्रकरण भिजवाया.
  • किसी भी पुलिसकर्मी के ड्यूटी के दौरान मृत्यु पर परिजनों को अनुग्रह राशि दिए जाने का प्रावधान है.
  • तीनों कांस्टेबल को मौत के दौरान ड्यूटी पर मानने को लेकर नियमों का पेंच फंसा हुआ है.
  • पुलिस का प्रस्ताव आने के बाद 16 सितम्बर 2020 को गृह विभाग ने सरकार के परिपत्र के अनुसार परीक्षण रिपोर्ट मांगी.
  • राजस्थान सेवा नियम  के अनुसार ड्यूटी तब प्रारम्भ होती है, जब सरकारी कर्मचारी ड्यूटी के लिये रिपोर्ट करता है या कार्यभार संभालता है.
  • ड्यूटी तब समाप्त होती है जब वह अपनी ड्यूटी का स्थान छोड़ता है.
  • इसके साथ ही पीएचक्यू  ने कमांडेण्ट RTCCISF भिलाई की 9 अक्टूबर 2019 के पत्र का भी हवाला दिया है.
  • तीनों कांस्टेबलों की मौत ट्रेनिंग के दौरान तापघात और हार्टअटैक से होना बताया गया.
  • सरकार के सर्कुलर के अनुसार तीनों की मौत पदीय कर्तव्यों के दौरान हुई, जो जानबुझकर नहीं अकस्मात हुई.
  • तीनों कांस्टेबल अपने निवास अथवा अवकाश पर नहीं कर अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी पर उपस्थित थे.
  • इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने दया मूलक राशि के लिए नियमों में शिथिलन देने की मांग की.
  • इस दौरान कई स्तरों पर इस मामले में जांच रिपोर्ट तैयार करवाकर रिपोर्ट दी गई कि  तीनों की मौत ड्यूटी के दौरान मानी जा सकती है.
  • इस आधार पर अब गृह विभाग ने दया मूलक राशि स्वीकृत करने के लिए वित्त विभाग को फाइल भेजी है.

Trending news