मुख्यमंत्री के सामने छलका PCC चीफ का दर्द, सीकर में आयोजित कार्यक्रम में प्रशासन की अनदेखी पर जतायी नाराजगी
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मुख्यमंत्री के सामने छलका PCC चीफ का दर्द, सीकर में आयोजित कार्यक्रम में प्रशासन की अनदेखी पर जतायी नाराजगी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीकर में ऑडिटोरियम का मंगलवार को वर्चुअल रूप से शिलान्यास किया, लेकिन इस दौरान सीकर से आने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद नहीं रहे.

मुख्यमंत्री के सामने छलका PCC चीफ का दर्द, सीकर में आयोजित कार्यक्रम में प्रशासन की अनदेखी पर जतायी नाराजगी

Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीकर में ऑडिटोरियम का मंगलवार को वर्चुअल रूप से शिलान्यास किया, लेकिन इस दौरान सीकर से आने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद नहीं रहे. इस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने पूछा कि प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा कहां हैं तो किसी ने जवाब नहीं दिया.

फिर मुख्यमंत्री ने खुद ही फोन कर गोविंद सिंह डोटसरा को सीएम निवास पर बुलाया. इस दौरान गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताई. डोटासरा ने कहा कि जिला प्रशासन या किसी ने मुझे इस कार्यक्रम के लिए याद नहीं किया है.आपने मुझे याद करके कार्यक्रम में बुलाया है.

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मुख्यमंत्री के सामने डोटासरा ने सुनाई आपबीती

जिला प्रशासन की अनदेखी से नाराज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने खुलकर अपनी पीड़ा बयां की. सीएम गहलोत ने वीसी के माध्यम से सीकर में बनने वाले जमनालाल बजाज ऑडिटोरियम का शिलान्यास किया था. कार्यक्रम में जिला प्रशासन ने डोटसरा को इनवाइट नहीं किया था, लेकिन गहलोत ने उन्हें सीएमआर में आने का बुलावा भेजा तो उनका दर्द चालक आया. मुख्यमंत्री के सामने डोटासरा ने कहा कि सीकर के विधायक राजेंद्र पारीक ने अपनी स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल की व्यक्तिगत दोस्ती के कारण 30 करोड़ की लागत से बनने वाले ऑडिटोरियम की सौगात सीकर को दिलाने में कामयाबी हासिल की है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं हो जाता कि ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया जाए.

डोटासरा ने जिला प्रशासन पर उठाए सवाल

उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत के निमंत्रण पर इस कार्यक्रम में मैं शरीक हो रहा हूं. डोटासरा ने सीएम गहलोत की मौजूदगी में ही जिला प्रशासन को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि उनकी कमजोरी के कारण 80 करोड़ की लागत से बनने वाला कोर्ट का भवन 6 महीने से लटका पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि यह क्यों नहीं बन पा रहा यह मुझे नहीं बताया जा रहा है. सीएम गहलोत ने जब जिला प्रशासन से इसकी देरी के बारे में पूछा तो कलेक्टर ने कहा कि जिस स्थान पर कोर्ट का भवन बनना है वहां से हाई पावर बिजली की लाइन जा रही है उसके कारण परेशानी आ रही थी अब इस समस्या का समाधान हो गया है और सार्वजनिक निर्माण विभाग को राशि जमा करने के बाद यह कार्य बिजली विभाग के माध्यम से संपन्न हो पाएगा.

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विधायक पारीक और धारीवाल की गहरी दोस्ती- डोटासरा

डोटासरा ने कहा कि शासन मंत्री शांति धारीवाल और सीकर के विधायक राजेंद्र पारीक का दोस्ताना पुराना और जबरदस्त है. यही कारण है कि उनके ऊपर धारीवाल की विशेष कृपा बनी रहती है. उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि हम पर भी वैसी कृपा दृष्टि तो नहीं रखोगे, लेकिन हमारे बताएं में काम को तो करना पड़ेगा.

सीकर से ही आते हैं गोविंद सिंह डोटासरा

दरअसल, नवलगढ़ रोड पर पानी भरने की समस्या पीसीसी चीफ डोटासरा ने मुख्यमंत्री के सामने उठाई थी और प्रशासन पर सवाल खड़े किए थे. पिछले दिनों ट्वीट कर प्रशासन की पोल खोली थी. हालांकि, डोटासरा के ट्वीट को लेकर BJP नेताओं ने निशाना बनाया था. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि नवलगढ़ पिपराली रोड अभी सीवरेज और ड्रेनेज अछूता है. ऐसे में वहां बारिश में बहुत अधिक समस्या उत्पन्न होती है. उन्होंने सीएम गहलोत से मांग करते हुए कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए बजट उपलब्ध कराया जाना चाहिए.बता दें कि डोटासरा का निवास सीकर में नवलगढ़ रोड पर है, लेकिन शिलान्यास कार्यक्रम में प्रशासन ने डोटासरा को निमंत्रण नहीं दिया.

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