Jaipur: शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन माता स्कंदमाता को समर्पित है. मां स्कंदमाता का रूप मातृत्व को परिभाषित करने वाला है. धार्मिक मान्यता के अनुसार स्कंदमाता की आराधना करने से भक्तों की सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
संतान प्राप्ति के लिए स्कंदमाता की आराधना करना लाभकारी माना गया है. माता को लाल रंग बेहद प्रिय होता है.
मां स्कंदमाता की उपासना से परम शांति और सुख का अनुभव होता है. मां स्कंदमाता को श्वेत रंग प्रिय है. मां की उपासना में श्वेत रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए. मां की पूजा के समय पीले रंग के वस्त्र धारण करें
सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण करें. मां की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं. स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें. मां को रोली कुमकुम भी लगाएं.
मां को मिष्ठान और पांच प्रकार के फलों का भोग लगाएं. मां स्कंदमाता का अधिक से अधिक ध्यान करें. मां की आरती अवश्य करें.
मां को केले का भोग अति प्रिय है. मां को खीर का प्रसाद भी अर्पित करना शुभ होता है. मान्यता है कि ऐसा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है. मां को विद्यावाहिनी दुर्गा देवी भी कहा जाता है. मां की उपासना से अलौकिक तेज की प्राप्ति होती है.
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