प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि निगम को लड़ाई का अखाड़ा ना बनाएं. अगर कंपनी को पैसा नहीं मिल रहा तो वह काम क्यों कर रही है.
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Jaipur: शहर में सफाई व्यवस्था संभालने वाली बीवीजी कंपनी (BVG Company) ने भले ही अपनी हड़ताल वापस ले ली. लेकिन इससे पहले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास () ने कंपनी को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी.
प्रताप सिंह ने कहा कि निगम को लड़ाई का अखाड़ा ना बनाएं. अगर कंपनी को पैसा नहीं मिल रहा तो वह काम क्यों कर रही है. मंत्री प्रताप सिंह ने खुलकर कहा कि बीवीजी कंपनी अगर ज्यादा ब्लैकमेल करें तो जयपुर में विधानसभा क्षेत्र और वार्ड स्तर पर सफाई के ठेके करें, इसके लिए सरकार की पूरी तैयारी है.
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो बीवीजी कंपनी की छुट्टी भी कर दी जाएगी. मंत्री ने कहा कि दोनों मेयर और आयुक्तों की मॉनिटरिंग सरकार कर रही है. नगर निगम लड़ाई का अखाड़ा नहीं है, जरूरत पड़ी तो अधिकारी और कंपनी पर भी कार्रवाई की जाएगी.
उधर, कमिश्नर और पार्षदों के बीच हुई हाथापाई को लेकर प्रताप सिंह ने कहा कि हाथापाई करने वालों पर कार्रवाई होगी. बता दें कि बीवीजी कंपनी की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को मेयर, पार्षदों और आयुक्त की मीटिंग चल रही थी. इसी बीच कई पार्षदों की आयुक्त के साथ कहासुनी हुई. कहासुनी के बाद हाथापाई हुई, जिसके बाद में निगम में पुलिस प्रशासन को तैनात किया गया. धीरे-धीरे मामला और गर्माता गया. एक तरफ निगम अधिकारी आयुक्त के पक्ष में एकजुट होने लगे, तो दूसरी तरफ सौम्या गुर्जर लगातार पार्षदों के पक्ष में खड़ी रही.
पूरे घटनाक्रम के बाद जब मेयर सौम्या गुर्जर निगम से लौटने लगी तो उनकी गाड़ी के सामने बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी, निगम कर्मचारियों ने मेयर की गाड़ी को रोका और हाथापाई की. पुलिस-प्रशासन ने कर्मचारियों को वहां से हटाया और मेयर को जाने का रास्ता मिला.