Rajasthan- बस एक क्लिक से मिलेगी उम्मीदवारों की हर जानकारी, KYCएप 'नो योर कैंडिडेट' खोलेगा हर कच्चा चिट्ठा
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Rajasthan- बस एक क्लिक से मिलेगी उम्मीदवारों की हर जानकारी, KYCएप 'नो योर कैंडिडेट' खोलेगा हर कच्चा चिट्ठा

Rajasthan News: देश के किसी भी हिस्से में होने वाले आम चुनावों में खड़े होने वाले उम्मीदवार की समस्त जानकारी मोबाइल पर मिलेगी.  इस मोबाइल एप्लीकेशन में उम्मीदवार द्वारा रिटर्निंग अधिकारी को दिए गए प्रपत्रों को अपलोड किया जाएगा.जिसे कोई भी आम नागरिक अपने मोबाइल पर देख सकेगा.

KYC app Know Your Candidate

Rajasthan News: देश के किसी भी हिस्से में होने वाले आम चुनावों में खड़े होने वाले उम्मीदवार की समस्त जानकारी मोबाइल पर मिलेगी. निर्वाचन आयोग की 'नो योर कैंडिडेट' (केवाईसी) नाम की मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए आम नागरिक उम्मीदवार के बारे में तमाम जानकारियां प्राप्त कर सकेगा. इस मोबाइल एप्लीकेशन में उम्मीदवार द्वारा रिटर्निंग अधिकारी को दिए गए प्रपत्रों को अपलोड किया जाएगा.जिसे कोई भी आम नागरिक अपने मोबाइल पर देख सकेगा. इसके लिए एंड्रॉइड व आईफोन के प्ले स्टोर पर जाकर 'नो योर कैंडिडेट' नाम की एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होगा.

हर सावाल का जवाब यहां
विधानसभा चुनाव 2023 में दावेदारी कर रहे प्रत्याशियों के बारे आप जरूरी जानकारी जुटाना चाहते हैं तो इसके लिए अब भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. प्रत्याशी का कोई आपराधिक इतिहास है या नहीं, वे कितने पढ़े-लिखे हैं, उम्र क्या है.पिता कौन हैं, जैसी तमाम जानकारियां घर बैठे अपने मोबाइल फोन से हासिल की जा सकेंगी.

नो योर कैंडिडेट' (केवाईसी) 
चुनाव आयोग की 'नो योर कैंडिडेट' (केवाईसी) नाम की मोबाइल एप्लीकेशन पर एक क्लीक पर जनता अब प्रत्याशी पर कितने केस दर्ज और संपत्ति का पूरा रिकॉर्ड पता कर सकेगी. हर पार्टी और उनके दावेदार अपने अपने मोर्चे पर वादे कर रहे हैं. बढिया काम करने का वाद कर कई खुद को ईमानदार नेक और बेदाग बता रहा है,जबकि कुछ बडे-बडे दावे ठोंक रहे हैं. ऐसे में आप जिस प्रत्याशी को चुनने का मन बनाया है या बना रहे है तो वह असल में किस पृष्ठभूमि का हैं यह बात अब सरल स्टेप्स अपनाकर पता कर सकते है.....

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया की निर्वाचन आयोग की ओर से सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर यह व्यवस्था शुरू की है, जिससे आमजन अपने मत का इस्तेमाल करने से पहले अपने क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के बारे में वह जानकारी प्राप्त कर सकेगा.जो उसने अपना नामांकन पत्र भरने के दौरान रिटर्निंग अधिकारी को दी है...निर्वाचन की ओर से 'नो योर केंडिडेट' मोबाइल एप्लीकेशन में उम्मीदवार द्वारा नामांकन के वक्त दिए जमा कराए गए एफिडेविट के साथ ही उसकी संपत्ति की जानकारी भी आमजन को मिल सकेगी.. 

साथ ही इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए उम्मीदवार पर कितने आपराधिक मामले चल रहे हैं..इसके बारे में पता चल सकेगा...निर्वाचन आयोग की 'नो योर कैंडिडेट' के जरिए आमजन देशभर में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को नाम से भी ढूंढ सकेगा.इसके लिए एप्लीकेशन में ऑप्शन दिया गया है.इस एपलीकेशन के जरिए कुल नामांकन की संख्या, कुल स्वीकार हुए नामांकन, कुल निरस्त हुए नामांकन, नाम वापसी करने वाले प्रत्याशियों के नाम, पते, उम्र, राजनीतिक दल, शपथ पत्र व आपराधिक ब्यौरा आदि मिल सकेगा.
प्रत्याशी के बारे में  मिलेगी जानकारी

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया की विधानसभा चुनावों में नामांकन के दिन से यह व्यवस्था प्रभावी होगी.चुनाव आयोग ने केवाईसी (नो यूअर केंडीडेट) यानी अपने प्रत्याशी के बारे में जाने एप जारी किया हैं.इस एप में पहले व्यक्ति को अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा..फिर संबंधित विधानसभा क्षेत्र के किसी भी पार्टी के प्रत्याशी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेगा.इसमें प्रत्याशी का आपराधिक इतिहास है या नहीं, कितने मुकदमे दर्ज हैं आदि जानकारी मिल सकेंगी...

क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के बारे में  ले जानकारी

निर्वाचन आयोग की ओर से सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर यह व्यवस्था शुरू की है जिससे आमजन अपने मत का इस्तेमाल करने से पहले अपने क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के बारे में वह जानकारी प्राप्त कर सकेगा.जो उसने अपना नामांकन पत्र भरने के दौरान रिटर्निंग अधिकारी को दी है.'नो योर केंडिडेट' मोबाइल एप्लीकेशन में उम्मीदवार के जरिए नामांकन के वक्त दिए जमा कराए गए एफिडेविट के साथ ही उसकी संपत्ति की जानकारी भी आमजन को मिल सकेगी.

.इसमें नामांकन करने वाले सभी प्रत्याशियों के नाम, पिता के नाम, पता, राजनीतिक दल का नाम, उम्र, विधानसभा सीट, शपथ पत्र और आपराधिक ब्यौरे की पूरी जानकारी मिलेगी.गुप्ता ने बताया की प्ले स्टोर में केवाईसी-ईसीआई टाइप करें...इसके बाद केवाईसी लिखा हुआ एक एप नजर आएगा, जिसमें नीचे इलेक्शन कमीशन लिखा होगा...इस पर क्लिक करें और इसे इंस्टॉल कर लें। ध्यान दें केवाईसी के साथ ईसीआई यानी इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया जरूर लिखें वर्ना प्ले स्टोर पर केवाईसी नाम से तमाम एप हैं, जिनसे भ्रम की स्थिति बन सकती है..

बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट ने उम्मीदवारों के आपराधिक रिकार्ड को सार्वजनिक करने के आदेश दिए हैं..सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आयोग ने केवाईसी एप लांच किया है..चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के अपराधिक इतिहास के बारे में व्यापक प्रचार और अधिक जागरूकता प्रदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने नो योर कैंडिडेट नामक एक एप्लीकेशन विकसित की है, जिसमें उम्मीदवारों के अपराधिक इतिहास से संबंधित जानकारी सम्मिलित है..

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