पंचायत चुनाव-2021: गांव की सरकार चुनने के लिए बिछ गई चुनावी बिसात, BJP-Congress को सता रहा यह डर
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan966719

पंचायत चुनाव-2021: गांव की सरकार चुनने के लिए बिछ गई चुनावी बिसात, BJP-Congress को सता रहा यह डर

कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) अंतिम समय तक अपने प्रत्याशियों को बदलती रही और सूची जारी करती रही. एन वक्त तक प्रत्याशी दौड़ते भागते हुए रिटर्निंग अधिकारी के पास नामांकन दाखिल कराने के लिए पहुंचते हुए नजर आए. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jaipur: गांव की सरकार चुनने के लिए चुनावी बिसात बिछ चुकी है. जयपुर जिला परिषद (Jaipur Zilla Parishad) के 51 वार्डों और 22 पंचायत समिति के 446 वार्डों में नामांकन दाखिल करने के लिए दिनभर नामांकन स्थलों पर गहमागहमी का माहौल देखने को मिला. 

कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) अंतिम समय तक अपने प्रत्याशियों को बदलती रही और सूची जारी करती रही. एन वक्त तक प्रत्याशी दौड़ते भागते हुए रिटर्निंग अधिकारी के पास नामांकन दाखिल कराने के लिए पहुंचते हुए नजर आए. समय समाप्त होने के तुरंत पहले नामांकन स्थलों पर परिसर में पहुंच चुके प्रत्याशियों को टोकन जारी कर दिया गया और उसके बाद देर शाम तक नामांकन प्रक्रिया चलती रही हालांकि इस बार कोरोना काल के चलते चुनावी रंग थोड़ा फीका नजर आया. प्रत्याशी तीन से चार समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए नामांकन स्थलों पर पहुंचे. 

यह भी पढ़ें- Rajasthan Panchayat Election : Congress में टिकट वितरण को लेकर विवाद, बद्री राम जाखड़ के साथ धक्का-मुक्की

 

भाजपा और कांग्रेस को डर रहा कि पंचायत चुनाव में बगावत नहीं हो. इसलिए भाजपा ने नामांकन के एनवक्त पर अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की लेकिन कांग्रेस ने सीधे ही रिटर्निंग अधिकारियों को अपने प्रत्याशियों के नाम की सूची सिंबल के साथ पहुंचाएं. प्रत्याशियों को पार्टी की ओर से मैसेज कर दिया गया कि वे नामांकन दाखिल करें और प्रचार प्रसार शुरू कर दें. इस कारण बगावत करने वाले ज्यादा दावेदार मैदान में नहीं उतर पाए.

नामांकन के अंतिम दिन गहमागहमी का रहा माहौल 
जयपुर में जिला परिषद के 51 वार्डों के लिए 170 प्रत्याशियों ने 182 नामांकन दाखिल किए. वहीं, 22 पंचायत समितियों के 446 वार्डों के लिए नामांकन दाखिल हुए. तीन चरणों मे होने वाले जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के नामांकन के अंतिम दिन गहमागहमी का माहौल रहा. सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक नामांकन का समय रहा लेकिन ऐनवक्त पर नामों की घोषणा होने के कारण नोमिनेशन प्रकिया शाम पांच बजे तक चलती रही.लोकतंत्र की इस चुनावी जंग में महिलाओं की 50 फीसदी भागीदारी है, इसलिए ग्रामीण परिवेश की महिलाएं घूंघट में ही परिवार के मुखिया के साथ चूल्हा चौकी छोड़कर नामांकन दाखिल करने के लिए नामांकन केंद्र पर पहुंची.

यह भी पढ़ें- Gajendra Singh Shekhawat के खिलाफ नारेबाजी, BJP कार्यकर्ताओं ने लिया चुनाव का बहिष्कार का फैसला

 

प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 23 लाख 8 हजार 961 मतदाता
जयपुर जिला परिषद के 51 सदस्यों और 22 पंचायत समितियों के 446 पदों पर दावेदारी कर रहे प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 23 लाख 8 हजार 961 मतदाता वोटिंग से करेंगे. जयपुर में जिला प्रमुख और प्रधानों के कार्यकाल फरवरी 2020 में खत्म होने के बाद से यहां प्रशासक नियुक्त हैं. कार्यकाल खत्म होने के बाद जिला प्रमुख की जगह सीईओ और प्रधानों की जगह विकास अधिकारियों ने प्रशासक के तौर पर कामकाज संभाल रखा है. जयपुर में पंचायत समितियों के हुए पुनर्गठन के बाद 7 नई पंचायत समितियां बनाई गई हैं, जिनमें पहली बार चुनाव होंगे. इससे पहले जयपुर जिले में 15 पंचायत समितियां थी. अब बढ़कर 22 हो गई है. नई पंचायत समितियों में जोबनेर, किशनगढ़-रेनवाल, मौजमाबाद, माधोराजपुरा, आंधी, तूंगा और कोटखावदा शामिल है.

बहरहाल, अब तक पार्टी के जयकारे लगाने और पार्टी के लिए पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं को जब टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पार्टी के खिलाफ बिगुल फूंक दिया हालांकि अभी मान मनोबल का दौर चलेगा और नामांकन वापसी तक शायद उम्मीद है कि निर्दलीयों को पार्टियां कुछ हद तक बागियों को मनाने में सफल होंगी.

 

Trending news