Rajasthan Politics: भाजपा ने राजस्थान में 5 सीटों पर बोने वाले उप विधानसभा चुानव से पहले पार्टी में बड़ी फेर बदल की है. भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है. पार्टी ने सीपी जोशी की जगह राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.
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Rajasthan Politics: भाजपा ने राजस्थान में 5 सीटों पर बोने वाले उप विधानसभा चुानव से पहले पार्टी में बड़ी फेर बदल की है. भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है. पार्टी ने सीपी जोशी की जगह राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. BJP ने जिस तरह से विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद नए नवेले चेहरे और पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाकर चौंकाया था.
ठीक उसी तरह से अब प्रदेश अध्यक्ष के मामले में भी किया है. सूबे के दिग्गज नेताओं से हटकर बेहद सामान्य कार्यकर्ता ओबीसी चेहरे मदन राठौड़ को राजस्थान भाजपा की कमान सौंप दी है. मदन राठौड़ पाली जिले के हैं. अब ऐसे में राजस्थान में होने वाले उप विधानसभा चुनाव में क्या असर पड़ता है, ये देखना होगा.
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भाजपा ने संगठन की राजस्थान इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए पाली के सुमेरपुर से दो बार विधायक रह चुके मदन राठौड़ के नाम पर मुहर लगा दी है. मदन राठौड़ BJP की पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में उप मुख्य सचेतक रहे हैं. मदन राठौड़ पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. हालांकि पिछली बार जब मदन राठौड़ को टिकट नहीं मिला था, तो वो पार्टी से नाराज हुए थे, लेकिन बाद में मान भी गए थे.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चाएं जोर पकड़ ली थीं, लेकिन 7 माहीने पहले जिस तरह से भजनलाल शर्मा को केंद्रीय नेतृत्व की ओर से प्रदेश की कमान सौंपी गई. तब से ही प्रदेश अध्यक्ष के संभावित चेहरों पर किसी ने चर्चा नहीं की. पार्टी नेता यह मानकर ही चल रहे थे कि प्रदेश अध्यक्ष का नया नाम भी चौंकाने वाला हो सकता है और हुआ भी वही है.
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भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बदलने के साथ ही प्रदेश प्रभारी भी बदल दिया है. राज्यसभा सांसद राधामोहन दास अग्रवाल को राजस्थान प्रभारी की कमान सौंपी गई है. अब मदन राठौड़ और राधामोहन दास अग्रवाल के कंधों पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी राजस्थान में होने वाले 5 सीटों पर विधानसभा उपचुनावों में पार्टी को जीत दिलाना है. लोकसभा चुनाव में पांच विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद ये पांच सीटें खाली हुई हैं. जिन पर अब चुनाव होना है.
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संघ पृष्ठभूमि वाले मदन राठौड़ को पार्टी ने विधानसभा का टिकट नहीं दिया था, तो वे निराश हुए थे. लेकिन बाद में पार्टी ने उनको राज्यसभा का सांसद बनाकर उनका कद बढ़ा दिया था. पार्टी ने CM और अध्यक्ष के तौर पर नए चेहरों पर दांव खेलकर जातिगत समीकरण साधने के साथ राजस्थान में पूर्व और पश्चिम के इलाकों को बराबर दर्जा देकर क्षेत्रीय समीकरण साधने का भी काम किया है.
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CM भजनलाल शर्मा ने मदन राठौड़ की नियुक्ति पर उनको बधाई देते हुए कहा कि उनके ऊर्जावान नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन में भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मूल मंत्र के साथ प्रदेश में सफलता के नवीन मानक स्थापित करेगी.