Rajasthan University: राजस्थान विवि. से विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी खबर आ रही है, आपको बता दें कि अब विवि के प्रोफेसर्स भी चुनावी मैंदान में उतरने के लिए तैयार हैं. चुनाव लड़ने के लिए एनओसी मांग रहे सभी 81 सहायक प्रोफेसरों को एनओसी जारी कर दी है.
Trending Photos
Rajasthan University: राजस्थान में हो रहे विधानसभा चुनाव अब रोचक बनते जा रहे हैं, अब बड़ी संख्या में राजस्थान यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसरों ने विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने की तैयारी कर ली है. इसके लिए राजस्थान यूनिवर्सिटी ने भी चुनाव लड़ने के लिए एनओसी मांग रहे सभी 81 सहायक प्रोफेसरों को एनओसी जारी कर दी है. हालांकि अब कई सहायक प्रोफेसर एनओसी को कैंसिल करवाने का भी प्रयास कर रहे हैं.
विधानसभा चुनाव कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी कार्मिकों की सेवाएं लेते हैं. चुनाव करवाने के लिए राजस्थान यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसरों की भी ड्यूटियां लगा दी गई.चर्चा है कि आरयू के 200 से ज्यादा शैक्षणिक और अशैक्षणिक कर्मचारियों की ड्यूटियां लगी तो सहायक प्रोफेसरों ने चुनाव डयूटी से नाम हटवाने के लिए एप्लीकेशन दे दी कि हम चुनाव लड़ना चाहते हैं, और हमें एनओसी जारी की जाए.आरयू प्रशासन के पास बड़ी संख्या में इस तरही की एप्लीकेशन पहुंची तो वह भी हैरान रह गए.
राजस्थान यूनिवर्सिटी ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए एनओसी मांग रहे सभी 81 सहायक प्रोफेसरों को कुलपति अल्पना कटेजा ने एनओसी जारी कर दी. जिसमें शर्त रखी गई कि ये सभी सहायक प्रोफेसर विदाउट पे लीव पर रहेंगे. सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि सिंडिकेट की बैठक में जिन शर्तों के आधार पर एनओसी जारी की गई है, उसको लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि इसमें कई प्रोफेसर तो ऐसे हैं, जिनके नाम मतदाता सूची में ही नहीं है.वहीं,कई शिक्षक केवल चुनाव डयूटी कटवाने के लिए एनओसी मांग रहे थे.अब वहीं, प्रोफेसर सिंडिकेट मीनिटस में बदलाव की मांग कर रहे हैं.हालांकि अब देखना होगा कि इसमें आरयू प्रशासन क्या निर्णय लेता है.
चतुर्भुज यादव,डॉ. दिनेश कुमार शर्मा, डॉ दीप कुमार मितल, डॉ. घनश्याम बैरा, डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ. संजय कुमार, डॉ. दलपत मीना, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. भरत लाल मीणा, डॉ. छगन लाल, डॉ. अमन पाल सिंह, डॉ. चंद्र प्रकाश मौर्य, डॉ. गजराज सिंह वर्मा, डॉ समित चटर्जी,डॉ.देवदत्त पटेल सहित अन्य को एनओसी जारी की गई है.
इसमें डॉ.सीबी यादव चौमूं,वीरेंद्र यादव मंडावर,गजेंद्र सिंह अलवर और संजय कुमार पिलानी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं.इसमें एक दो दूसरे स्टेट से भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.वहीं ,ज्यादातर ने जयपुर आसपास की सीटों के लिए एनओसी मांगी है.
पहले भी लड़ चुके प्रोफेसर चुनाव
राजस्थान विधानसभा चुनाव में पहले भी कई श्श्क्षिक भाग्य आजमा चुके हैं, जिसमें कई सफल भी रहे हैं.सांवरमल जाट ने नसीराबाद से चुनाव लड़ा ओर जीता भी. वहीं,विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोसी भी अभी नाथद्वारा से विधायक हैं. पिछले चुनाव में आरयू से प्रोफसर विनोद शर्मा,प्रोफेसर सीबी यादव, प्रोफेसर महिपाल सिहाग,गजेंद्र सिहाग ने एनओसी ली थी.
आरयू के सहायक प्रोफेसरों के इतनी बड़ी संख्या में एनओसी लेने पर स्टूडेंटस ओर अन्य कर्मचारियों ने इसकी निंदा की है. उनका कहना है कि जो चुनाव लड़ना चाहता है, लोकतंत्र में उन्हें चुनाव लड़ने का हक है. लेकिन केवल चुनाव डयूटी कटवाने के लिए इस तरह एनओसी लेना कहां तक उचित है. ऐसे सहायक प्रोफेसर क्या स्टूडेंटस को सही सीख दे पाएंगे.
ये भी पढ़ें- Code of Conduct: आचार संहिता के फांस में फंस गए शिक्षक, चुनावी चौपाल से रहें दूर, डीएम ने लिया एक्शन