सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को इन सब पर सोचना चाहिए क्योंकि जनता को तो समझ आ गया है कि उनसे क्या गलती हुई है. उन्होंने कहा कि ERCP को लेकर राज्य सरकार और सभी कांग्रेसी एकजुट हैं. राजस्थान के हित में जल संसाधन मंत्री और पूरी बीजेपी राजनीति करने की बजाय निराकरण करवाए. हम सब मिलकर यह योजना पूरी कर सकते हैं.
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Chomu: जुलाई 2020 में राजस्थान में पॉलिटिकल क्राइसेस को लेकर एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट आमने-सामने हो गए हैं.
गजेंद्र सिंह ने कहा कि उस समय सचिन पायलट से चूक हो गई, राजस्थान के विधायक मध्यप्रदेश जैसा फैसला नहीं ले पाए. गजेंद्र सिंह के इस बयान पर सचिन पायलट ने पलटवार किया है. पायलट ने कहा कि जनता समझ गई है, अब वह आपको चुनने की चूक नहीं करेगी और झूठे वादों में नहीं फंसेगी.
इस पूरे विवाद की शुरुआत गजेंद्र सिंह शेखावत के बयान हुई. जयपुर के चौमूं में एक सभा में गजेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट से चूक हो गई. यदि 2020 में मध्यप्रदेश के विधायकों ने जैसा फैसला किया, उसी तरह राजस्थान में हो गया होता तो आज 13 जिले प्यासे नहीं होते और ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट पर काम चालू हो चुका होता.
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ERCP पर कुंडली मारकर बैठे हैं गहलोत
सोमवार रात जयपुर के चौमूं में BJP की जनआक्रोश रैली की सभा को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा- गहलोत ERCP पर केवल राजनीतिक फायदे के लिए कुंडली मारकर बैठे हैं. 13 जिलों के प्यासे कंठों की प्यास बुझाने के लिए राजस्थान सरकार को प्रोजेक्ट में संशोधन करके भारत सरकार को भेजना है.
शेखावत ने कहा- गहलोत जब मुख्यमंत्री बने और ERCP पर चर्चा की, तो सबसे पहली आपत्ति मध्य प्रदेश के तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी. 2019 में जब मैं जलशक्ति मंत्री बना तो राजस्थान और मध्य प्रदेश के मंत्रियों-अधिकारियों की बैठक बुलाई. अधिकारी तो आए, लेकिन गहलोत सरकार के मंत्रियों को शायद मेरे ऑफिस में आने में डर लगता है.
मीटिंग में नहीं आते मंत्री
शेखावत ने कहा कि राजस्थान का कोई मंत्री और संतरी मेरे ऑफिस में नहीं आता है. मैंने 7 बार मीटिंग बुलाई, मंत्री नहीं आए. सातों बार अधिकारियों के साथ चर्चा की कि इसका रास्ता निकलना चाहिए. मध्यप्रदेश को सहमत किया और राजस्थान सरकार को चिट्ठी भेजी कि आप 75% डिपेंडेबिलिटी पर इस योजना को बनाकर भेजो. मैं तुरंत ही इसको स्वीकृत कर दूंगा.
विफलता का ठीकरा जनता पर फोड़ रहे
पायलट गजेंद्र शेखावत के आरोपों पर सचिन पायलट ने कहा कि ERCP (ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट) में बीजेपी ने राजस्थान के साथ वादाखिलाफी की है. वे अपनी विफलता का ठीकरा जनता पर फोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान के मंत्री होने के बावजूद शेखावत अपने गृह राज्य की राज्य की मांग पूरी नहीं कर पा रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री ने मंच से घोषणा की थी कि ERCP प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा. सरकार की कमी को दूर करने की बजाय उस गलती को छिपाने के लिए मंत्री जुटे हुए हैं. गलती तो जनता से हो गई कि वह बीजेपी के झूठे वादों में फंस गई.
जनता ने समझ ली अपनी गलती
पायलट ने कहा कि सरकार को इन सब पर सोचना चाहिए क्योंकि जनता को तो समझ आ गया है कि उनसे क्या गलती हुई है. उन्होंने कहा कि ERCP को लेकर राज्य सरकार और सभी कांग्रेसी एकजुट हैं. राजस्थान के हित में जल संसाधन मंत्री और पूरी बीजेपी राजनीति करने की बजाय निराकरण करवाए. हम सब मिलकर यह योजना पूरी कर सकते हैं.
पायलट ने कहा कि देश में केंद्र सरकार के दमन से जनता पीड़ित है. एंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (ईडी) और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन(सीबीआई) के नाम पर डराया धमकाया जा रहा है. प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार कुछ लोगों के स्वार्थ के बजाय आम जनता का हित सोचे.
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