स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में 689 पदों को कम करने का विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है.
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Jaipur : स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में 689 पदों को कम करने का विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. साल 2018 में स्कूल व्याख्याता भर्ती में 5 हजार पदों पर विज्ञप्ति जारी की गई थी, लेकिन भर्ती प्रक्रिया के दौरान ही ईडब्ल्यूएस (EWS) को 14 फीसदी और और एमबीसी को 4 फीसदी आरक्षण का लाभ दिया गया. जब आरक्षण का लाभ दिया गया तो इन पदों को अलग से सृजित करने की घोषणा की गई थी, लेकिन इसके बाद विभाग द्वारा अलग से पद सृजित करने की बजाय मूल पदों में से ही आरक्षण का लाभ दे दिया गया, जिसके चलते सामान्य और ओबीसी वर्ग के 689 अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से बाहर हो गए.
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कम किए गए पदों को फिर से सृजित कराने की मांग को लेकर बेरोजगारों का आंदोलन देखने को मिल रहा है. जयपुर में भी बेरोजगारों ने जब आंदोलन (Protest) करते हुए धरना दिया तो उनकी मांगों पर शिक्षा विभाग की ओर से सकारात्मक आश्वासन दिया गया. इसके बाद जब 3 सीटों पर उपचुनाव हुए तो उस समय भी शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) द्वारा पदों को फिर से जोड़ने का आश्वासन दिया गया, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने के चलते बेरोजगारों में फिर से आक्रोश देखने को मिलता है.
आज बड़ी संख्या में प्रदेशभर से बेरोजगार शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के आवास जुटे और ज्ञापन दिया. बेरोजगारों ने अपनी पीड़ा जताते हुए कहा कि "1 साल से सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. शिक्षा विभाग की एक गलती की सजा 689 बेरोजगार भुगत रहे हैं. जब तक सरकार की ओर से इन 689 पदों को फिर से जोड़ने की घोषणा नहीं की जाती है तब तक इसी प्रकार से आंदोलन किया जाता रहेगा और आने वाले समय में सभी 689 बेरोजगार अपने परिवार के साथ जयपुर में धरना देंगे."
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