करोड़ों रुपए की लागत से जलधारा प्रोजेक्ट शुरू, जानिए इसकी खासियत
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1196419

करोड़ों रुपए की लागत से जलधारा प्रोजेक्ट शुरू, जानिए इसकी खासियत

राजधानी जयपुर के लोगों को सुकून के पल मुहैया करवाने के लिए जेएनएल रोड पर जलधारा प्रोजेक्ट फिर से शुरू हो गया. इसकी सौगात जयपुराइट्स को 15 अगस्त से मिलेगी. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.30 करोड़ है.

जयपुर विकास प्राधिकरण

Jaipur: राजधानी जयपुर के लोगों को सुकून के पल मुहैया करवाने के लिए जेएनएल रोड पर जलधारा प्रोजेक्ट फिर से शुरू हो गया. इसकी सौगात जयपुराइट्स को 15 अगस्त से मिलेगी. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.30 करोड़ है.

पिंकसिटी में जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर ओटीएस के पास स्थित जलधारा फिर से शुरू होगी. जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर वर्ष 2010 में जेएलएन मार्ग पर ओटीएस के पास कृत्रिम जलधारा का निर्माण किया गया था. यहां प्राकृतिक बहाव क्षेत्र में फव्वारे लगाते हुए वाटर फॉल और तालाब आदि बनाए गए थे. जयपुर के लोगों को और यहां घूमने आने पर्यटकों के लिए पहले यह जलधारा खास आकर्षण का केन्द्र था. पहले यहां रोजाना करीब 500 से अधिक लोगों की आवाजाही रहती थी. वर्ष 2020 में 14 अगस्त को आई तेज बारिश के कारण मिट्टी का कटाव होने और तालाब में मिट्टी भरने से जलधारा क्षतिग्रस्त हो गई. अब नए सिरे से जलधारा शुरू करने के लिए करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपए की लागत से जेडीए की ओर से नवीकरण करवाए जा रहे हैं.

इसमें तालाबों से मिट्टी निकालने और उनके वाटर प्रुफिंग का कार्य किया जा रहा है. फव्वारों की नई मोटर लगाने, शौचालयों का और फुटपाथ का नवीकरण का काम जारी है. साथ ही शिक्षा संकुल की तरफ फैंसिंग और रेलिंग लगाने का कार्य चल रहा है. वहीं कियोस्क निर्माण कार्य, कलाकृतियां लगाने समेत अन्य मरम्मत कार्य किए जायेंगे. इस बार बहाव क्षेत्र को पहले से ऊंचा किया जा रहा है ताकि इसमें मिट्टी नहीं भरे.

ये भी पढ़े-  जनाक्रोश के रूप में अपना जन्मदिन मनाने का इस बीजेपी विधायक ने किया ऐलान, पढ़ें पूरी खबर

बहाव क्षेत्र को पहले से ऊंचा किया जा रहा है ताकि इसमें मिट्टी न भर सके. दोनों तरफ के ढलान के हिस्से पर ग्राउंड कवरिंग कराई जा रही है जिससे तेज बारिश में मिट्टी का कटाव नहीं हो. जलधारा में विभिन्न स्थानों पर खुशबूदार फूलों वाले मोगरा, रात की रानी, चमेली, हरसिंगार, दिन का राजा ,चंपा आदि पौधे लगाए जाएंगे. तेज बारिश के कारण नुकसान और फिर कोरोना महामारी के चलते यह जलधारा बंद रही लेकिन अब जेडीए से इसे दुबारा शुरू करने की तैयारी कर रहा है. दूसरी तरफ शहर के लोग भी इसके शुरू होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं.

Report- Deepak Goyal

Trending news