Rajasthan News: राजस्थान बीजेपी के आंतरिक खेमे में सबकुछ समान्य नहीं है, ये कहना पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को भारी पड़ गया. पार्टी ने नोटिस देकर 10 दिन के अंदर जवाब मांगा है. राजस्थान चुनाव से पहले बीजेपी के वरिष्ठों के ऐसे बयान भारी पड़ सकते हैं.
Trending Photos
Rajasthan News: राजस्थान में भले ही बीजेपी गुटबाजी से मना करती हो,लेकिन कुछ नेताओं के बयानों से स्पष्ट है कि पार्टी में सबकुछ सामान्य नहीं है. ऐसे ही केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर टिप्पणी करने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल की मुश्किलें बढ़ गई है. बीजेपी की अनुशासन समिति ने कैलाश मेघवाल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.दस दिन में जवाब नहीं देने पर मेघवाल पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है.
गौरतलब है कि एक दिन पहले का है जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक कैलाश मेघवाल ने अपनी पार्टी के केंद्रीय मंत्री और सांसद अर्जुन राम मेघवाल को भ्रष्टाचारी बताया था.हालांकि कैलाश मेघवाल का बयान सामने आने के साथी पार्टी ने सख्ती दिखने में भी देरी नहीं की. वहीं, चुनावी माहौल में कांग्रेस इसे मुद्दा बनाए उससे पहले ही बीजेपी की अनुशासन समिति ने कैलाश मेघवाल को नोटिस जारी कर 10 दिन में जवाब मांग लिया.
वरिष्ठ भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर सार्वजनिक रूप से भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के निर्देश पर प्रदेश भाजपा अनुशासन समिति ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. राजस्थान भाजपा अनुशासन समिति अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत के हस्ताक्षर से जारी हुए कारण बताओं नोटिस में कैलाश मेघवाल से 10 दिन में जवाब मांगा है.
स्पष्टीकरण नहीं देने पर पार्टी की ओर से नियम मुताबिक कार्रवाई की चेतावनी दी है. समिति ने मेघवाल के बयान को अनुशासन भंग करने की श्रेणी में माना है.नोटिस में लिखा गया है कि कैलाश मेघवाल के बयान से भाजपा और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है.यह बयान उनकी छवि को धूमिल करने वाला है.
बता दें कि सोमवार को भीलवाड़ा में एक आम सभा के दौरान कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को भ्रष्टाचारी बताया था.मेघवाल ने कहा कि वह भ्रष्ट हैं, उनके खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखूंगा और उस पत्र में अर्जुन राभ मेघवाल को मंत्री पद से हटाने की मांग भी करूंगा.
ये भी पढ़ें- Rakshabandhan: राजस्थान में ऐसी जगह जहां बहने भाई की मूर्ति पर बांधती हैं राखी, जानिए वजह