Heart Care: आखिर महिलाओं में क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले, वजह जान रह जाएंगे हैरान
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Heart Care: आखिर महिलाओं में क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले, वजह जान रह जाएंगे हैरान

Heart attack in women: कहा जाता है कि महिलाओं में हार्ट अटैक और हृदय से जुड़ी बीमारियां कम होती थी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि महिलाओं को भी अपने हृदय का खास ख्याल रखना चाहिए, ऐसे में अगर औरतें हार्ट अटैक से बचना चाहती हैं तो उसके लिए उन्हें अपने हार्ट का खास ध्यान रखने की जरूरत है.

महिलाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले

How to Prevent Heart Attack In Women: कोरोना महामारी के बाद बहुत-सी अन्य बीमारियों ने भी जन्म ले लिया है, जिसके चलते सभी को अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अब पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है. महिलाओं के शरीर में पुरुषों से अधिक परिवर्तन होते हैं, ऐसे में उन्हें कई ऐसी बीमारियां होने का खतरा भी दोगुना हो जाता है जो उनके लिए मुसीबत साबित होता है. इसलिए महिलाओं को अपने शरीर के साथ-साथ अपने हार्ट का भी खास ध्यान रखना चाहिए. 

पहले कहते थे कि महिलाओं में हार्ट अटैक और हृदय से जुड़ी बीमारियां कम होती थी लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. डॉक्टरों का कहना है कि महिलाओं को भी अपने हृदय का खास ख्याल रखना चाहिए. खास तौर पर जो शहरी महिलाएं होती है उनमें हार्ट अटैक के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में अगर औरतें हार्ट अटैक से बचना चाहती हैं तो उसके लिए उन्हें अपने हार्ट का खास ध्यान रखने की जरूरत है.

आखिर महिलाओं में क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के केस
1. हार्ट अटैक अब महिलाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. खासकर शहरी महिलाओं पर इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. शहरों में होने वाली मौत में 16.9% मौते हार्ट अटैक की वजह से हो रही है.

2. मेनोपॉज से पहले महिला के शरीर से निकलने वाला हार्मोन एस्ट्रोजन (एचडीएल) यानी गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और बुरे कोलेस्ट्रॉल यानी (एलडीएल) को कंट्रोल में रखता है लेकिन मेनोपॉज के बाद यह हार्मोन निकलना बिल्कुल बंद हो जाता है और इस वजह से महिलाओं का कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ जाता है.

3. अगर किसी को डायबिटीज है, पीसीओएस (PCOS) है और ट्राइग्लाइसिराइड बढ़ा हुआ है तो उसे भी जल्द से जल्द कंट्रोल करने की जरूरत है क्योंकि यह भी हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार होता है. खासकर 65 की उम्र के बाद महिलाओं का एचडीएल (HDL) यानी गुड कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और ट्राइग्लाइसिराइड बढ़ जाता है और यह हार्ट अटैक की वजह बन सकता है.

4. इसके साथ ही महिलाओं में पिछले कुछ सालों में मोटापा, हाइपरटेंशन के मामले भी बढ़े हैं और यह भी हार्ट अटैक में बढ़ोतरी का एक कारण है.

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हार्ट अटैक से कैसे करें बचाव?
1. हर रोज 1 घंटे के लिए एक्सरसाइज करें, इसके साथ ही अपने पसंदीदा वर्कआउट को करें और फिटनेस का पूरा ख्याल रखें, जरा-सी भी लापरवाही ना बरतें.

2. अगर आप शुगर बीपी या फिर किसी और अन्य बीमारी से पीड़ित हैं तो उसकी दवाइयां टाइम से लें, जरा-सी भी लापरवाही ना दिखाएं.

3. 40 के बाद रेगुलर हार्ट स्क्रीनिंग कराएं और प्रिवेंटिव केयर में अपनी लाइफ को स्ट्रेस फ्री रखें. इसके साथ ही बीपी और शुगर की जांच कराएं, लिपिड प्रोफाइल, HBA1C और ECG भी करवाएं.

4. जंक फूड, कोलेस्ट्रोल बढ़ाने वाला खाना, डायबिटीज वाले खाने से दूर रहें.

5. वेट, स्ट्रैस और मोटापे को कंट्रोल में रखें अगर यह तीनों कंट्रोल में रहेंगे तो, आप भी कई गंभीर बीमारियों से बचे रहेंगे.

नोट: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीकों और दावों की ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है, इसलिए किसी भी तरह का उपचार डाइट या फिर दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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