साल 2021 जाना जाएगा कई बड़े आंदोलन के लिए, बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश तक का किया कूच
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साल 2021 जाना जाएगा कई बड़े आंदोलन के लिए, बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश तक का किया कूच

बेरोजगारों ने प्रदेश की सरकार पर भरोसा नहीं दिखाते हुए कांग्रेस आला कमान तक अपनी मांग पहुंचाते हुए भी नजर आए तो वहीं बेरोजगारों के हितों की बात करने वाली प्रियंका गांधी तक अपनी मांगों को पहुंचाया.

जोधपुर यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ रविन्द्र भाटी के नेतृत्व में हुआ आंदोलन

Jaipur: राजस्थान में अपनी मांगों को लेकर बेरोजगार और कॉलेज विद्यार्थी हमेशा ही आंदोलन की राह (Protests in Year 2021) पर नजर आते हैं और इस साल भी इन आंदोलन से राजस्थान अछूता नहीं रहा. राजस्थान में इस साल अपनी मांगों को लेकर हुए कई आंदोलन ऐसे रहे जो महीनों तक चले. साल 2021 इस लिए भी जाना जाएगी क्यूंकि इस साल प्रदेश के बेरोजगारों ने प्रदेश की सरकार पर भरोसा नहीं दिखाते हुए कांग्रेस आला कमान (Conrgess) तक अपनी मांग पहुंचाते हुए भी नजर आए तो वहीं बेरोजगारों के हितों की बात करने वाली प्रियंका गांधी तक अपनी मांगों को पहुंचाया और इन मांगों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रियंका गांधी ने जो कदम उठाए उसने कहीं ना कहीं बेरोजगारों को अपनी मांग आगे तक पहुंचाने के रास्ते भी खोल दिए.

वहीं इस साल 13 सितम्बर को जयपुर में हुआ एक आंदोलन भी चर्चा का विषय रहा. जोधपुर यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र भाटी के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में बिना अनुमति के बाद भी शहीद स्मारक से विधानसभा कूच सैंकड़ों छात्रों ने किया. वहीं ये रैली बाइस गोदाम तक भी पहुंची. 

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साल 2021 प्रदेश में हुए बड़े आंदोलनों के लिए जाना जाएगा. इसके साथ ही अपनी मांग अब प्रदेश सरकार के सामने पूरी नहीं होता देख प्रियंका गांधी तक भी अपनी मांग पहुंचाने के लिए ये साल जाना जाएगा.

1- जुलाई 2021 में बेरोजगारों ने किया प्रियंका गांधी का रुख
प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में कम्प्यूटर शिक्षक का कैडर बनाने के साथ ही भर्ती की घोषणा बजट में की गई,,जिसके बाद सरकार की ओर से जुलाई 2021 में संविदा पर भर्ती की घोषणा हुई, जिसका विरोध राजस्थान में देखने को मिला लेकिन जब सुनवाई राजस्थान की ओर से नहीं होती नजर आई तो बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश का रुख किया. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में सैंकड़ों बेरोजगार उत्तर प्रदेश पहुंचे और आखिरकार प्रियंका गांधी को इनसे मुलाकात कर हस्तक्षेप करना पड़ा और उसके तुरंत बाद ही सरकार की ओर से नियमित भर्ती की घोषणा की गई.

2- 13 सितम्बर 2021 में जोधपुर के युवा छात्र नेता रविन्द्र सिंह भाटी ने जयपुर में भरी हुंकार
छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर जोधपुर यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटी ने 13 सितम्बर को विधानसभा कूच कर अपनी हुंकार जयपुर में भरी. जयपुर के शहीद स्मारक पर सैंकड़ों की संख्या में प्रदेशभर से छात्र जुटे और विधानसभा की ओर रविन्द्र सिंह भाटी के नेतृत्व में कूच किया. ये रैली बाइस गोदाम तक तो निकाली गई लेकिन भारी पुलिस जाप्ते ने उनको बाइस गोदाम पर ही रोक लिया, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल की विधानसभा में वार्ता करवाई गई. सात दिनों का समय भी मांगा गया. हालांकि मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं निकला.

3- रीट में बीएसटीसी और बीएड धारियों के बीच का विवाद रहा चर्चा का विषय
31 हजार पदों पर आयोजित हुई रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा में लेवल-1 में बीएड धारियों को शामिल करने के हाईकोर्ट का आदेश भी इस साल खासा चर्चा का विषय रहा लेवल-1 से बीएड धारियों को बाहर करने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर करीब दो महीनों तक आंदोलन चला. वहीं हाईकोर्ट में सुनवाई में सरकार की ओर से बीएसटीसी अभ्यर्थियों के पक्ष में मजबूत पैरवी करते हुए करीब 3 लाख बीएसटीसी अभ्यर्थियों को एक बड़ी राहत मिली.

4- 21 सूत्री मांगों को लेकर एक बार फिर से उत्तर प्रदेश की ओर बेरोजगारों का कूच
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने 21 सूत्री मांगों को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना और आमरण अनशन किया. आश्वासन भी मिला. करीब आधा दर्जन मांग भी पूरी हुई,,लेकिन इस बार बेरोजगार अपनी सभी मांगों को पूरा करवाने के लिए अड़े हुए थे. राजस्थान में कोई सुनवाई नहीं होने के बाद एक बार फिर से उपेन यादव के नेतृत्व में बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश प्रियंका गांधी से मुलाकात के लिए कूच किया. कड़ाके की सर्दी में बेरोजगारों ने करीब एक सप्ताह तक उत्तर प्रदेश में खुले आसमान के नीचे रात बिताई. इस बार प्रियंका गांधी से मुलाकात तो नहीं हुई लेकिन उनका मैसेज प्रदेश सरकार तक पहुंचने के बाद रात करीब 2 बजे कार्मिक विभाग की ओर से वार्ता का लिखित में आदेश निकाला गया, जिसके बाद बेरोजगारों ने उत्तर प्रदेश के आंदोलन को समाप्त किया.

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5- रीट के पदों की संख्या 31 हजार से बढ़ाकर 50 हजार करने की मांग को लेकर 70 दिनों से ज्यादा तक चल रहा धरना
26 सितम्बर को 31 हजार पदों पर आयोजित रीट भर्ती परीक्षा में पदों की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले करीब 70 दिनों से धरना अभी भी जारी है. तीन साल पहले हुई भर्ती की घोषणा के बाद बड़ी संख्या में पद खाली होने साथ ही अपियरिंग वालों को मौके देने के चलते बेरोजगारों ने पदों की संख्या 70 हजार करने की मांग तेज कर रखी है.

6- फरवरी 2021 में 9 दिनों से जयपुर की सड़कों पर बेरोजगारों ने बिताई रात
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले 24 सूत्री मांगों को लेकर 15 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रदेश के सैंकड़ों बेरोजगार बाइस गोदाम स्थित धरना स्थल पर डटे रहे थे, जिसके बाद सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा और मंत्रियों द्वारा लिखित में समझौता कर इस आंदोलन को समाप्त करवाया गया था.

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