Jaisalmer news: बाड़मेर के असाड़ी मामले में जैसलमेर के कई कस्बे रहे बंद, उपखंड अधिकारी को सीएम गहलोत के नाम सौंपे ज्ञापन, SHO व CO को निलंबित के विरोध में रहा बंद, टायर जलाकर किया विरोध प्रदर्शन.
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Jaisalmer news: बीते दिनों बाड़मेर के आसाड़ी(गिराब) गांव में कोजाराम हत्याकांड मामले में मृतक के परिजनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. जिसके चलते बाड़मेर प्रशासन द्वारा गिराब थानाधिकारी निम्बसिंह भाटी को निलंबित वही पुष्पेंद्र सिंह आढ़ा को लाइन हाजिर करने के आदेश जारी कर दिए थे. जिसके बाद अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. जहां अब जैसलमेर जिले में सर्व समाज द्वारा बाड़मेर प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ विरोध के स्वर तेज हो गए. सर्व समाज के लोगों द्वारा ग्रामीण इलाकों में इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है.
जिसके चलते आज जैसलमेर के रामगढ़, फतेहगढ़,देवीकोट, म्याजलार, झिनझिनयाली,फलसूंड उपखंड मुख्यालय पर शांतिपूर्ण तरीके से बंद का आह्वान किया गया है. जहां पर मुख्य बाजार सहित प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया. वही उपखंड अधिकारी व तहसीलदार व थानाधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में बताया गया है कि दबाव व षड्यंत्र के तहत पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही हुई है जो सरासर गलत है. ऐसी कार्यवाही से ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों का मनोबल गिरता है. वही ज्ञापन में इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाने व निर्दोष पुलिसकर्मियों को बहाल करने की मांग की गई है. वही जगह-जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया.
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उपखंड स्तर पर हो रहा विरोध प्रदर्शन
बड़ी संख्या में जिले के उपखंड स्तर पर सर्व समाज के लोग एकत्रित हुए हैं वही व्यापार संघ भी इस बंद में खुलकर सामने आया है. व्यापारियों ने भी निलंबन का विरोध जताया है. बंद समर्थकों का कहना है कि दबाव व षड्यंत्र के तहत पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही हुई है जो सरासर गलत है. ऐसी कार्यवाही से ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों का मनोबल गिरता है.
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सीएम का विरोध करने का दिया अल्टीमेट
सर्वसमाज के इस बन्द के दौरान लोगों का कहना है कि जो दोषी है उन्हें कठोर सजा मिलनी चाहिए. लेकिन जो निर्दोष है उन्हें इस केस में राजनीतिक दबाव के चलते झूठा फंसाया जा रहा है. यदि ऐसा हुआ तो आगामी 19 अप्रैल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बाड़मेर में प्रस्तावित दौरा है. उस दौरान हमारे द्वारा काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी नहीं तो लोकनायक कहलाए जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले में संज्ञान ले और निष्पक्ष कार्यवाही करें . जो दोषी है उन्हें गिरफ्तार करें और जो निर्दोष है उन्हें दोषमुक्त करें.