पानी की समस्या न हो इसको लेकर जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने 6 टीमों को बनाया है. इन 6 टीमों में अधिकारियों को प्रभारी और सह-प्रभारी बनाया है ताकि वे समय पर सबको पानी मिल सके इसकी मॉनिटरिंग और व्यवस्था करेंगे.
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जैसलमेर: इंदिरा गांधी नहर में नहर बंदी और उसके बाद नहर के टूट जाने के कारण गर्मियों में जिले में किसी भी तरह की पानी की समस्या न हो इसको लेकर जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने 6 टीमों को बनाया है. इन 6 टीमों में अधिकारियों को प्रभारी और सह-प्रभारी बनाया है ताकि वे समय पर सबको पानी मिल सके इसकी मॉनिटरिंग और व्यवस्था करेंगे. दरअसल जैसलमेर और पोकरण शहरी क्षेत्र और 483 गांवों के पेयजल का सबसे बड़ा जरिया इंदिरा गांधी नहर है. इंदिरा गांधी नहर जिसकी पंजाब तथा राजस्थान में मरम्मत के लिए इस साल 60 दिनों की नहर बंदी फिलहाल लागू है.
जैसलमेर जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने दी जानकारी
जैसलमेर जिला कलेक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने जानकारी देते बताया कि योजना के अनुसार इंदिरा गांधी नहर का पानी 20 मई को पंजाब से होकर 25 मई तक जैसलमेर पहुंचना था, लेकिन सरहिन्द फीडर के पास मुख्य नहर टूट जाने के कारण इस नहर का पानी अब संभावित तौर पर 23 मई को छोड़ा जाना था. जिसके अनुसार अब यह पानी 25 मई के स्थान पर 30 मई तक जैसलमेर आने की सम्भावना है.
शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में पानी की व्यवस्था के लिए 6 टीमों का गठन
जिला कलेक्टर ने बताया कि इन हालात को देखते हुए जिले में नहर बंदी के दौरान शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों में प्रभारी अधिकारी और सह प्रभारी अधिकारियों को लगाया गया है.
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उन्होंने बताया कि प्रभारी अधिकारियों और सह प्रभारी अधिकारियों को ये निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने इलाकों में रोजाना पेयजल की समीक्षा करेंगे, साथ ही लोगों द्वारा मिलने वाली शिकायतों और पत्रों के तुरंत निस्तारण करेंगे. इसके लिए वे सह प्रभारी और लगाए गए समन्वयकों से बात कर इसका तुरन्त समाधान करवाएंगे.