Jhalawar News: 107 फीट ऊंची सूर्य मंदिर शिखर पर स्थापित की गई नई ध्वज पताका, वर्षों पुरानी परंपरा का है हिस्सा
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Jhalawar News: 107 फीट ऊंची सूर्य मंदिर शिखर पर स्थापित की गई नई ध्वज पताका, वर्षों पुरानी परंपरा का है हिस्सा

Jhalawar News: झालावाड़ जिला के झालरापाटन स्थित अति प्राचीन सूर्य मंदिर पर विजयादशमी के अवसर पर वर्षों पुरानी परंपरा के मुताबिक आज नई ध्वज पताका स्थापित की गई. ध्वज पताका को फहराने के लिए पहले विधि-विधान से पूजन किया गया, उसके बाद शहर के अर्जुन सोनी ने करीब 107 फीट ऊंचाई पर बिना किसी अतिरिक्त सुरक्षा संसाधनों के मंदिर शिखर तक चढ़कर धार्मिक ध्वज पताका को स्थापित किया. 

Jhalawar News: 107 फीट ऊंची सूर्य मंदिर शिखर पर स्थापित की गई नई ध्वज पताका, वर्षों पुरानी परंपरा का है हिस्सा
Jhalawar News: झालावाड़ जिला के झालरापाटन स्थित अति प्राचीन सूर्य मंदिर पर विजयादशमी के अवसर पर वर्षों पुरानी परंपरा के मुताबिक आज नई ध्वज पताका स्थापित की गई. ध्वज पताका को फहराने के लिए पहले विधि-विधान से पूजन किया गया, उसके बाद शहर के अर्जुन सोनी ने करीब 107 फीट ऊंचाई पर बिना किसी अतिरिक्त सुरक्षा संसाधनों के मंदिर शिखर तक चढ़कर धार्मिक ध्वज पताका को स्थापित किया. मंदिर के शिखर पर पहुंचकर अर्जुन सोनी ने शंखनाद किया और मंदिर घंटियों को ध्वनित किया. परंपरागत आयोजित कार्यक्रम के दौरान नीचे खड़े लोग टकटकी लगाए शिखर की ओर देखते हुए जयघोष करते रहे.
 
वर्षों से चली आ रही परंपरा के मुताबिक झालरापाटन के 11 वीं शताब्दी के बने अति प्राचीन सूर्य मंदिर पर विजयादशमी के अवसर पर नई ध्वज पताका स्थापित करने की परंपरा चली आ रही है. इस के तहत आज विजयादशमी के अवसर पर सूर्य मंदिर परिसर में पहले नई ध्वज पताका का विधि-विधान से पूजन किया गया, फिर झालरापाटन निवासी युवक अर्जुन सोनी इस ध्वज को लेकर निकल पड़े मंदिर के शिखर की ओर, जिसकी ऊंचाई करीब 107 फीट से भी अधिक है. अर्जुन सोनी बीते कई वर्षों से लगातार विजयादशमी के अवसर पर सूर्य मंदिर पर ध्वज पताका को बदलने का कार्य करते आ रहे हैं. 
 
इस वर्ष भी अर्जुन सोनी देखते ही देखते भय पैदा करने वाली ऊंचाई पर पहुंच गए और नई पताका को फहराया. परंपरा के मुताबिक उन्होंने शिखर पर पहुंचकर वहां स्थापित झालर व घंटी भी बजाई और शंखनाद करने के बाद सकुशल वापस नीचे आ गए. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सूर्य मंदिर के आसपास जमा रहे और इस हैरतअंगेज कारनामे को देखकर दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो गए.
 

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