Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं में पुलिस चौकी में बंद चार आरोपियों में से तीन आरोपियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसके बाद पुलिस भी अचंभित रह गए हैं और जांच की जा रही है.
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Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं की सुलताना पुलिस चौकी में पुलिसकर्मी कितनी जिम्मेदारी और सतर्कता से काम करते हैं. इसकी बानगी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सुलताना चौकी के हवालात में बंद चार आरोपियों में से तीन आरोपियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारी भी अचंभित है और जांच की बात कह रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, इसी साल चार जनवरी को क्यामसर निवासी वीरेंद्र सिंह पुत्र सज्जनसिंह राजपूत ने चिड़ावा पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि तीन जनवरी को शाम को उसका छोटा भाई नरेंद्र सिंह शाम को करीब साढ़े सात बजे घर से बाहर गया था. घर से बाहर निकलते ही क्यामसर निवासी अमित पुत्र हवासिंह जाट, इसी गांव के भवानी बेटा विद्याधर जाट और सोनू मीणा उर्फ साका सहित पांच-सात अन्य युवक बोलेरो कैंपर से आए.
उसके भाई के साथ लाठी व सरियों से मारपीट करने लगे. वीरेंद्र जब अपने भाई को बचाने दौड़ा और गांव के लोगों ने हो हल्ला शुरू किया तो सभी बदमाश भाग गए. इसके बाद घायल नरेंद्र को पहले चिड़ावा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर उसे झुंझुनूं रेफर किया गया. इस मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही थी.
एक मार्च को पुलिस ने इस मामले में आरोपी नामजद आरोपी क्यामसर निवासी 23 वर्षीय अमित जाट, 22 वर्षीय भवानी जाट के साथ-साथ अन्य आरोपियों में शामिल भैसावता खुर्द निवासी 27 वर्षीय विवेक ब्राह्मण और ठिमाऊ छोटी चूरू निवासी 19 वर्षीय चंदन जाट को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. चारों आरोपियों को सुलताना पुलिस ने चौकी में बने हवालात में बंद कर दिया, लेकिन चारों युवकों ने फिल्मी स्टाइल में ना केवल बैरक के बाहर से, बल्कि चौकी में आते-जाते और यहां तक की बैरक के अंदर मोबाइल से वीडियो बनाए और जमानत होने पर बाहर आते ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए, जिसके बाद सुलताना पुलिस की सतर्कता पर सवाल और लापरवाही जग जाहिर हो गई. ज़ी मीडिया इन वायरल वीडियोज की पुष्टि नहीं करता है.
रील बनाई और अपनी दहशत फैलाने की कोशिश
जो वीडियो वायरल हुआ है, वो सोशल मीडिया पर अलग-अलग टुकड़ों के वीडियोज को जोड़कर रील बनाई गई है, जिसमें गाना डाला गया है. यही नहीं इस वीडियो में चौकी में पुलिस कस्टडी में आते-जाते ये गिरफ्तार युवक दिख रहे हैं, तो हवालात की सलाखों के पीछे भी मुस्कुराते हुए वीडियो बाहर से बनवाए गए हैं. इसके बाद वीडियो में ही हवालात के अंदर भी तीन आरोपी अमित,भवानी और विवेक एक साथ वीडियो बनाते दिख रहे हैं.
भवानी के भाई का भी वीडियो वायरल
पुलिस की लापरवाही के इस वीडियो के साथ-साथ गिरफ्तार हुए एक आरोपी के भाई का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक अन्य बैड पर देशी कट्टा, कारतूस, तलवार जैसे हथियार के साथ दिखाई दे रहा हैं.
यह कहता है कानून
बात कानून की करें तो उसमें स्पष्ट रूप से सीआरपीसी की धारा 51 में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की तलाशी के बारे में प्रावधान बताए गए हैं, जिसके अनुसार पुलिस किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करती है, तो उस व्यक्ति की तलाशी ली जाती है और जो भी सामान उसके पास होता है. सिर्फ उसके कपड़ों को छोड़कर सभी सामान पुलिस अभिरक्षा में रख लिया जाता है. उस सामान की रसीद भी पुलिस द्वारा आरोपी को दी जाती है.
एसपी बोले-जांच करवाएंगे
एसपी मृदुल कच्छावा ने इस मामले को गंभीर माना है और कहा है कि मामले की जांच करवाई जाएगी, क्योंकि हवालात के बाहर भी इस तरह के वीडियो शूट को सही नहीं कहा जा सकता और हवालात के अंदर वीडियो बनाना तो बेहद की गंभीर मामला है. इसमें दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इधर, सुलताना चौकी प्रभारी विजय सिंह ने इस मामले में चुप्पी साध ली है, तो वहीं चिड़ावा सीआई इंद्रप्रकाश यादव ने वीडियो एडिट कर वायरल करने की संभावना जताई है. साथ हीं, जांच की बात कही है.
आरडी गैंग से हो सकता है कनेक्शन
इन गिरफ्तार आरोपियों द्वारा जो वीडियो वायरल किया गया है. उसका कनेक्शन इलाके में सक्रिय आरडी गैंग से हो सकता है. सबसे पहले वीडियो आरडी ग्रुप के व्हाट्सएप ग्रुपों में देखा गया, जिससे लगता है कि ये सभी युवक आरडी गैंग के संपर्क में हैं. इंस्टाग्राम पर भी जमानत पर बाहर आने के बाद इनके दोस्तों ने आरडी ग्रुप और बाज ग्रुप को टैग किया हुआ है. वेलकम भाइयों जैसे शब्दों से सोशल मीडिया पर जमानत होने पर खुशी मनाई जा रही है.
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