Jhunjhunu big News: झुंझुनूं जिले में चिड़ावा पंचायत समिति की प्रधान इंदिरा डूडी के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को झटका लगा है और इस मामले में बड़ा खेला होने की तैयारी हो गई है. अविश्वास प्रस्ताव की अगुवाई कर रहे पंचायत समिति सदस्य रोहिताश्व धांगड़ के खिलाफ दो महिला सदस्यों के पतियों ने अपने अपने इलाके के थानों में रोहिताश्व धांगड़ के खिलाफ उनकी पत्नियों का अपहरण कर बंधक बनाने की रिपोर्ट दी है.
Trending Photos
Jhunjhunu big News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में चिड़ावा पंचायत समिति की प्रधान इंदिरा डूडी के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को झटका लगा है और इस मामले में बड़ा खेला होने की तैयारी हो गई है. अविश्वास प्रस्ताव की अगुवाई कर रहे पंचायत समिति सदस्य रोहिताश्व धांगड़ के खिलाफ दो महिला सदस्यों के पतियों ने अपने अपने इलाके के थानों में रोहिताश्व धांगड़ के खिलाफ उनकी पत्नियों का अपहरण कर बंधक बनाने की रिपोर्ट दी है.
ये दोनों महिलाएं रोहिताश्व धांगड़ के साथ बाड़ेबंदी बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक चिड़ावा पंचायत समिति के वार्ड नंबर पांच से निर्दलीय सदस्य सुधा देवी के पति खुडाना निवासी जगदीप कटेवा ने बगड़ थाने में तथा वार्ड नंबर 17 से भाजपा सदस्य शीला के पति किशोरपुरा निवासी राजेश डारा ने सुलताना थाने में रोहिताश्व धांगड़ के खिलाफ रिपोर्ट दी है.
यह भी पढ़ें- Pratapgarh News: पत्नी के चरित्र पर पति को था संदेह, पीट-पीटकर कर दी हत्या
दोनों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 6 जुलाई को उनके घर से एक बैठक होने की बात कहकर रोहिताश्व धांगड़ उनकी पत्नियों को ले गया था. जिसके बाद से ना तो उनकी पत्नी वापिस लौटी है और ना ही उनसे बातचीत हो रही है. दोनों ने अपहरण कर बंधक बनाने का आरोप लगाया है. इधर संबंधित थानाधिकारी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
वहीं एसपी राजर्षि राज वर्मा ने कहा है कि दो जगहों पर परिवाद मिले हैं. जिनकी जांच की जा रही है. जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि 18 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक होनी है. जिसमें अभी भी एक हफ्ते का समय है.
यह भी पढ़ें- Bikaner News: बारिश से निचले इलाको में जलभराव से लोगों में रोष
यदि अविश्वास प्रस्ताव के लिए की गई बाड़ेबंदी में मौजूद सदस्य बाहर आते हैं, तो अविश्वास प्रस्ताव का मामला खटाई में पड़ सकता है. हालांकि चिड़ावा प्रधान की कुर्सी रहती है या फिर नहीं यह तो 18 जुलाई को ही पता चलेगा. लेकिन दो सदस्यों के पतियों द्वारा दी गई रिपोर्ट के बाद सियासी गलियारों में तूफान मच गया है.