Rajasthan- पांच गांव के चक्कर काटकर कर श्रद्धालु करते है इस देवी के दर्शन, बेहद खास है इसकी मान्यता
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Rajasthan- पांच गांव के चक्कर काटकर कर श्रद्धालु करते है इस देवी के दर्शन, बेहद खास है इसकी मान्यता

Jhunjhunu Karni Mata Mandir:  झुंझुनूं के  हमीरी गांव में बीकानेर के देशनोक में बना  करणी माता मंदिर जैसा हा करणी देवी का मंदिर है जिसकी मान्यता अद्भुत है. इस परिक्रमा कर भक्त अपनी सभी मनोकामनाएं पूरी करते है. 

Jhunjhunu Karni Mata Mandir

Jhunjhunu Karni Mata Mandir: राजस्थान के झुंझुनूं में कुछ दूरी पर एक  हमीरी गांव है. इस गांव में करणी माता का मंदिर है जिसकी महिमा राजस्थान ही नहीं बल्कि वरन् पूरे भारत भर में फैली हुई है.  इस मंदिर की महिमा ऐसी है कि यहां पर कई जिलों से लोग अपनी-अंपनी मन्नत लेकर माता के दरबार में धोक लगाने आते हैं. यहां पर राजस्थान ही नहीं  बल्कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली समेत अनेक राज्यों के लोग अपनी पीड़ाओं कामनाओं को लेकर माता के दरबार में हाजरी लगाने के लिए आते रहते है.

 करणी माता मंदिर की एक खास बात यह है कि जिस तरह से बीकानेर के देशनोक में  करणी माता के मंदिर में श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं. उसी तरह  हमीरी धाम में भी लोग अपनी मन्नत पूरी करवाने के लिए लगभग पांच गांव के परिक्रमा लगाकर मंदिर में पहुंचते हैं.

 2011 में हुई थी स्थापना
मंदिर के भक्त सतपाल ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना 2011 में की गई थी. तब से लगातार यहां पर अनवरत भक्तों का आना लगा रहता है. यहां जो भ भक्त जिस भक्ति भाव से माता के पास अपनी याचना लेकर आता है, माता उसकी  झोली भर कर ही भेजती है. 

करणी माता मंदिर 
 मंदिर के पुजारी ने  बताया कि मंदिर में चैत्र माह में कार्तिक की नवमी पर एक बड़ा मेला लगता है. यहां साल में दो बड़े मेलों का आयोजन करवाया जाता है. इस दौरान काफी श्रद्धालु यहां पर आते हैं. अपनी आस्था के अनुसार यहां आने वाले श्रद्धालु भी एक परिक्रमा लगाते हैं, जोकि 15 किलोमीटर लंबी होती है. 

15 किलोमीटर लंबी यात्रा
यह 15 किलोमीटर लंबी परिक्रमा मंदिर परिसर से शुरू होकर पांच गांव के चारों ओर होती हुई वापस मंदिर परिसर तक आती है. मान्यता है कि जो लोग बीकानेर के देशनोक में मां करणी  के दरबार में नहीं पहुंच पाते हैं. उनकी पुरानी यहां करणी माता पूरी करती है. क्यों यहां मन्नत पूरी होने के बाद साल में एक बार मंदिर के पुजारी सहित काफी श्रद्धालु पदयात्रा लेकर करणी माता के मंदिर देशनोक जाते हैं.

पूरी होती हैं मनोकानाएं 
मान्यता है कि साल में दो परिक्रमा लगाने से भक्त की जो भी मन्नत होती है वह पूरी हो जाती है. श्रद्धालुओं यहां सरकारी जॉब की मन्नत लेकर या जो किसी बीमारी से ग्रसित है वह लोग यहां पहुंचते हैं और उनकी मन्नते पूरी होती हैं. सैकड़ो ऐसे श्रद्धालु है जिनके बिना किसी दवा के मां करणी की आशीर्वाद से उनकी रोग दूर हुए हैं.

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