झुंझुनूं: नरेश कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान से होगी अंतिम विदाई
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झुंझुनूं: नरेश कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान से होगी अंतिम विदाई

शहीद नरेश कुमार को राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई. 

झुंझुनूं: नरेश कुमार का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान से होगी अंतिम विदाई

Jhunjhunu: शहीद नरेश कुमार को आज बगड़ में अंतिम विदाई दी जाएगी. शहीद हवलदार नरेश कुमार की पार्थिव देह आज अलसुबह 4 बजे झुंझुनूं पहुंची. जहां उनके पार्थिव शरीर को झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में रखा गया था.

बता दें कि सुबह 9 बजे झुंझुनूं से उनकी पार्थिव देह तिरंगा रैली के साथ बगड़ के लिए रवाना हुई. तिरंगा यात्रा में युवा बाइक रैली के साथ शामिल हुए. ये तिरंगा रैली करीब 15 किलोमीटर की दूरी तय का बगड़ पहुंचेगी. जहां पारिवारिक रस्मों के बाद शहीद नरेश कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जायेगी. 

 ड्यूटी के दौरान बिगड़ी थी तबीयत

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान नरेश कुमार शहीद हो गए थे. हवलदार नरेश कुमार आर्मी की 7 पैरा एसएफ यूनिट में कुपवाड़ा स्थित चौकीबल में पोस्टेड थे और वहीं गुरुवार को वे गश्त खाकर बेहोश हो गए थे.  जिसके बाद उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. 

शहीद के है दो मासूम 

नरेश कुमार झुंझुनूं जिले के बगड़ कस्बे के रहने वाले थे. वहीं नरेश कुमार तीन भाइयों में मंझले थे. उनके बड़े भाई सुरेश सिंह और छोटे भाई मुकेश सिंह हैं. नरेश के बेटी और बेटा आगरा में ही क्लास 5 और 3 के स्टूडेंट हैं. शहीद नरेश कुमार का ताल्लुक हरियाणा के भिवानी जिले के सांगवान गांव से है. वहां से आकर उन्होंने 10 साल पहले झुंझुनूं के बगड़ में जमीन ली थी और वहीं बाईपास इलाके में मकान बना लिया था. पहले नरेश की पोस्टिंग आगरा थी. इसलिए परिवार उनके साथ आगरा ही रहता था.

Reporter: Sandeep Kedia

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