बिलाड़ा कस्बे के सोजती गेट पर रहने वाला रतनलाल सरगरा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्वच्छ भारत हरा भरा भारत' के संदेश से ऐसा प्रभावित हुए कि दैनिक मजदूरी करने वाले रतनलाल सरगरा बिलाड़ा के ब्रांड एमेस्टर बन गए और लोगों को प्रेरित कर जागरुक कर रहे है.
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Bilara: राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बे के सोजती गेट पर रहने वाला रतनलाल सरगरा के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्वच्छ भारत हरा भरा भारत' के संदेश से ऐसा प्रभावित हुए कि दैनिक मजदूरी करने वाले रतनलाल सरगरा बिलाड़ा के ब्रांड एमेस्टर बन गए और लोगों को प्रेरित कर जागरुक कर रहे है. कस्बे में सफाई और पौधारोपण के कार्यक्रम में उपस्थिति रहती हैं अब रतनलाल जी ने पेड़ पौधों को बचाने का संकल्प लिया हैं.
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मेहनत, लगन, अनुशासन और संयम से जीने वाले आदर्श लोगों का कोई पर्याय नहीं होता लेकिन जो इन आदर्शों को आत्मसात करके जीने की राह बना लेता हैं वह स्वत: औरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाता हैं और ऐसा ही कुछ काम कर रहा है कस्बे के रतनलाल सागर जो न केवल स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर है बल्कि वह पेड़ों को बचाने के लिए भी प्रयत्नशील है और अब तक मुर्झा रहे पेड़ों को जीवन दान देने का कार्य कर रहे है.
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कस्बे में सफाई कर्मियों का टोटा है और सफाई व्यवस्था बिगड़ रही है, ऐसे में स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर रतनलाल सरगरा अपने आप को रोक नहीं पाते और स्वयं अपना झाड़ू उठा कर गली- मोहल्लों में निकल जाते है और जहां भी उन्हें रुकी हुई नालियों में प्लास्टिक फंसा दिखता है उसे साफ करते है, जहां भी कचरे के ढेर नजर आते हैं उसे इकट्ठा कर नगरपालिका का ट्रैक्टर मंगवा हाथों-हाथ उठवा देते है. उनके इस कार्य को अब तक न केवल प्रशासनिक अमले ने सराहा है बल्कि स्वयंसेवी संस्थाएं और संगठनों ने भी उन्हें सम्मानित किया है. वह अपनी धुन का पक्के है और प्रतिदिन किसी न किसी एक मोहल्ले में सफाई कार्य में जुटते हैं.
जंगली घास के बीच सूख रहे पौधों को दिया जीवन-दान
कस्बे के निकट वार्ड संख्या 3 में देवनगरी स्कूल के पास वार्ड वासियों द्वारा लगाए गए 40 से अधिक पौधे इन दिनों जंगली घास और ऊंट कंटाले से घिर चुके है और पौधे सूखने की कगार पर पहुंच गए, इसकी जानकारी रतनलाल सरगरा को हुई तो वह अपने दो सहयोगी देवाराम लोहार और बहिन लाबूदेवी के साथ देवनगरी क्षेत्र में पहुंच जंगली घास और ऊंट कंटाले से घिरे 40 नीम, पीपल, बड़, आदि पौधों के आस-पास की जगह को श्रमदान कर साफ किया. सभी जंगली पौधों और ऊंट कंटाले को उखाड़ फेंका और सभी पेड़ों के आस-पास नए आरे बनाएं जिससे उसमें पानी डालने पर व्यर्थ नहीं बह पाएगा. इन 40 पेड़ों को बचा लेने के कार्य को नगर पालिका अध्यक्ष रूपसिंह परिहार, वरिष्ठ ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भैरूसिंह सान्धु ने भी सराहा और तीनो को मालाएं पहनाकर स्वागत किया. अधिशासी अधिकारी जितेंद्र भाटी ने कहा रतनलाल सरगरा का कार्य अनुकरणीय है.
Report: Arun Harsh