Rape case registered MLA Mevaram Jain : राजस्थान के बाड़मेर में कांग्रेस के विधायक रहे मेवाराम जैन के खिलाफ जोधपुर के एक थाने में महिला ने दुष्कर्म, पॉक्सो एवं एससीएसटी एक्ट में केस दर्ज कराया है.
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Barmer Former MLA Mevaram Jain alligation gangrape : राजस्थान के बाड़मेर में कांग्रेस के विधायक रहे मेवाराम जैन के खिलाफ जोधपुर के एक थाने में महिला ने दुष्कर्म, पॉक्सो एवं एससीएसटी एक्ट में केस दर्ज कराया है.
महिला का आरोप है कि उसके साथ वर्ष 2021 से लेकर 22 तक यौनाचार किया गया. उसकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ करने के साथ उसके सामने ही अश्लील हरकतें की जाती थी. महिला की एक मित्र से भी दुष्कर्म किया गया है.
एक व्यक्ति ने मेवाराम जैन से संपर्क कराने से पहले उसने भी दुष्कर्म किया. पीडि़ता कल थाने में पहुंची और केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने महिला की तरफ से दर्ज कराई रिपोर्ट पर जांच आरंभ की है. उच्चाधिकारी द्वारा इसकी जांच की जा रही है। महिला की तरफ से बाड़मेर में केस दर्ज करवा रखा है.
पुलिस निरीक्षक ने बताया कि एक महिला कल थाने पर आई थी. जिसका कहना था कि दो साल पहले उसके पिताजी बीमार होने पर उसकी पहचान किसी राजकुमार नाम के शख्स के साथ हुई थी. राजकुमार बाड़मेर का है. तब राजकुमार के इस शख्स ने उसकी लाचारी का फायदा उठाकर दुष्कर्म किया था. बाद में बाड़मेर के कांग्रेस नेता और एमएलए मेवाराम जैन से संपर्क करवाया था. जिसके बाद मेवाराम जैन ने नजदीकियां बढ़ाते हुए उससे दुष्कर्म किया था. वर्ष 2021 से लेकर 22 के मध्य उससे यौनाचार चलता रहा.
मेवाराम जैन उसकी नाबालिग पुत्री के सामने भी अश्लील हरकतें करता और बेटी से छेड़छाड़ भी करता था. महिला का आरोप है कि मेवाराम ने उसकी परिचित महिला से भी दुष्कर्म किया था. पहले मेवाराम ने उसे धर्म बेटी मानकर रखा था फिर उसकी नीयत बिगड़ने लगी तब दुष्कर्म किया.
पीडि़ता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि मेवाराम यहां जोधपुर में उसके मकान पर भी आता था. यहां पर उसके घर में भी दुष्कर्म किया और बेटी के सामने ही अश्लील हरकतें की जाती थी और बेटी से छेड़छाड़ भी की गई.
बता दें कि बाड़मेर के इस पूर्व विधायक का एक वीडियो भी चुनाव के दिनों में आया था। जोकि वायरल होने पर काफी चर्चा का विषय बना था.
एक महिला की तरफ से थाने में रिपोर्ट दी गई है. उसने मेवाराम जैन नाम के शख्स पर दुष्कर्म और पॉक्सो का आरोप लगाया है. मामले की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आरोप सही है या गलत है.