भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) अपने दो दिवसीय बाड़मेर (Barmer) दौरे पर हैं.
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Barmer: भाजपा के कद्दावर नेता और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) अपने दो दिवसीय बाड़मेर (Barmer) दौरे पर हैं.
उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार (Congress Governnment) पर विद्युत बिलों में फ्यूल चार्ज बढ़ाने और तबादलों में भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा और शिक्षकों के तबादलों में पैसे लेने के आरोप का जांच करवा कर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की.
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नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया अपने दो दिवसीय दौरे पर बाड़मेर पहुंचे, जहां उन्होंने पचपदरा थाना क्षेत्र के जोधपुर हाईवे पर बस ट्रेलर दुखांतिका में साहस दिखाकर लोगों की जान बचाने वाले साहसी देवदूतों के सम्मान में नाकोड़ा में चंपालाल भाटिया चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में भाग लेकर देवदूतों का सम्मान किया.
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इस दौरान उन्होंने इस बस दुखांतिका हादसे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना फिटनेस की है. बस चल रही थी तो सरकार इसके लिए जिम्मेदार है और सरकार को इस हादसे की भरपाई करनी चाहिए और इन सभी केस को इकट्ठा करके कोर्ट में एक्सीडेंट के लिए जाएंगे ताकि इन परिवारों को फायदा हो सके.
साथ ही उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षक सम्मेलन में दोनों शिक्षा मंत्रियों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षकों से जब तबादलों के बदले पैसे देने को लेकर पूछा गया तो एक स्वर में शिक्षकों ने कहा कि हा तबादलों के बदले पैसे देने पड़ते हैं. जनता के सामने तबादलों के भ्रष्टाचार पूर्णताया साबित हो चुका है तो मुख्यमंत्री को या तो ये सवाल पूछना नहीं चाहिए था या अब इस पूरे मामले की जांच करवा कर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और एक्शन सरकार के खिलाफ भी होना चाहिए कि तबादलों में इतना बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है और वह भी मुख्यमंत्री के सामने तो इसके लिए मुख्यमंत्री भी जिम्मेदार है.
साथ ही सरकार द्वारा बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज बढ़ाने को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कोयले की कमी सरकार की विफलता के कारण हुई. साथ ही उन्होंने पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर भी कहा कि पड़ोसी राज्य के बराबर राजस्थान की भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें होनी चाहिए ताकि राजस्थान के पेट्रोल पंप बच सकें.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों के तबादलों में पैसे देने पड़ते है या नही को लेकर पूछा गया अब उनके ही गले की फांस बन गया है विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है लेकिन अब सरकार इसकी जांच करवाकर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही करती है या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.