विधायक मेवाराम जैन को बनाया राजस्थान गो सेवा आयोग अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं ने मनाई खुशी
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विधायक मेवाराम जैन को बनाया राजस्थान गो सेवा आयोग अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं ने मनाई खुशी

राजस्थान की गहलोत सरकार में लंबे समय से उठ रही राजनीतिक नियुक्तियों की मांग के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम को एक आदेश जारी कर राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा कर दी. राजनीतिक नियुक्तियों में बाड़मेर से एक विधायक व पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र को जगह मिली है.

विधायक मेवाराम जैन को बनाया राजस्थान गो सेवा आयोग अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं ने मनाई खुशी

Barmer: राजस्थान की गहलोत सरकार में लंबे समय से उठ रही राजनीतिक नियुक्तियों की मांग के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम को एक आदेश जारी कर राजनीतिक नियुक्तियों की घोषणा कर दी. राजनीतिक नियुक्तियों में बाड़मेर से एक विधायक व पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्र को जगह मिली है. बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को राजस्थान गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया है वहीं, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे के सामने चुनाव लड़ने वाले मानवेंद्रसिह को राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.

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जिसके बाद बाड़मेर जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है और बाड़मेर शहर के अहिंसा सर्किल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़ कर और जमकर नारेबाजी कर खुशी का इजहार किया और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया. बाड़मेर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतने वाले विधायक मेवाराम जैन को राजस्थान गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया है. विधायक मेवाराम जैन सीएम अशोक गहलोत के भरोसेमंद नेताओं में से एक है. वहीं, 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह जसोल को राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. 

जसोल सचिन पायलट के भरोसेमंद माने जाते हैं. कांग्रेस में शामिल होने के बाद विधानसभा का चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे के खिलाफ लड़ा था. लोकसभा 2019 का चुनाव कांग्रेस की सीट पर बाड़मेर-जैसलमेर सीट से लड़ा था, लेकिन दोनों चुनावों में हार मिली. बाड़मेर जिले में सात विधानसभा सीटे हैं इसमें से 6 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है तो एकमात्र सीट सिवाना बीजेपी के पास है. 

गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ महीने पहले ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया था. अब सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं. राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर लंबे समय से खींचतान चल रही थी. जिसके चलते कार्यकर्ताओं में भी मायूसी छाई हुई थी, लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजनीतिक नियुक्तियों के आदेश जारी हुए हैं उसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल देखा जा रहा है और जश्न मना रहे हैं.

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