भाइयों ने भी बहनों को रक्षा का वचन देते हुए उपहार दिए. दिनभर भद्रा रहने से प्रदोष काल सिर्फ रात 8.51 बजे से रात 9.50 बजे तक ही रहा.
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Osian: जोधपुर के गांवों में गुरुवार को श्रद्धाभाव के साथ रक्षा बंधन पर्व मनाया गया. इस मौके पर बाजारों में खरीददारों की भीड़ उमड़ पड़ी. मिठाई की दुकानों पर लोगों ने जमकर खरीददारी की.
भाई -बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक रक्षा बंधन पर्व गुरुवार को हर्षोल्लास व परंपरागत तरीके से मनाया गया. इस बार रक्षा बंधन पर भद्रा का साया रहने से बहनें दिन में भाइयों की कलाइयों पर रक्षा सूत्र बांधने से बचती रही हैं. अधिकांश बहनों ने शाम व रात के शुभ मुहूर्त में अपने भाइयों की कलाइयों में रक्षा सूत्र बांधा. भाइयों ने भी बहनों को रक्षा का वचन देते हुए उपहार दिए. दिनभर भद्रा रहने से प्रदोष काल सिर्फ रात 8.51 बजे से रात 9.50 बजे तक ही रहा. हालांकि जरूरी होने पर भद्रा के पुच्छकाल में शाम 5 बजकर 18 मिनट से 6 बजकर 20 मिनट तक भी राखी बांधी गई. ज्योतिषियों का कहना है कि इस दिन चंद्रमा मकर राशि में था. ऐसे में भद्रा पाताल लोक की मानी जाएगी. अतिआवश्यक होने पर पाताल लोक की भद्रा में राखी बांधी जा सकती है.
मिठाई व राखी की दुकानों पर भीड़ रही. रक्षा बंधन पर्व पर मिठाई व राखी की दुकानों पर आज भीड़ उमड़ पड़ी. यहां पर जमकर राखी , मिठाई व उपहार खरीदे गए. सुबह से राखी व मिठाइयों की दुकानों पर भीड़ रही. बाजारों में राखियों की दुकानें सजाई गई है. सड़क किनारे टेबल लगा कर भी राखी बेची जा रही हैं. रक्षाबंधन पर ग्रामीण एक दूसरे को शुभकामनाएं देते दिखाई दिए. सोशल मीडिया पर भी राखी की शुभकामनाओं का तांता लगा रहा.
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