मुझे नहीं जनता से जुड़े मुद्दों को सीरियसली लें गहलोत- गजेंद्र सिंह शेखावत
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मुझे नहीं जनता से जुड़े मुद्दों को सीरियसली लें गहलोत- गजेंद्र सिंह शेखावत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ने पीसीसी में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि गजेंद्र सिंह शेखावत को सीरियसली लेने की जरूरत क्या है ? संजीवनी घोटाले का जिक्र किया था. जिसपर केंद्रीय मंत्री ने आदर्श क्रेडिट कॉऑपरेटिव सोसायटी घोटाले की याद दिलायी और मुख्यमंत्री गहलोत को नसीहत दी कि ...

मुझे नहीं जनता से जुड़े मुद्दों को सीरियसली लें गहलोत- गजेंद्र सिंह शेखावत

Jaipur News : केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान की आठ करोड़ जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है, उन्हें इसे सीरियसली लेना चाहिए.

गहलोत ने PCC में कहा था कि गजेंद्र सिंह शेखावत को सीरियसली लेने की क्या जरूरत है ? इस पर केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि गहलोत मुझे या भारतीय जनता पार्टी को सीरियसली ले या नहीं लें, लेकिन प्रदेश की आठ करोड़ जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है, उसे सीरियसली लेना चाहिए.

महाराणा प्रताप समारोह समिति, जयपुर के महाराणा प्रताप जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ने शेखावत ने पलटवार करते हुए तंज कसा कि गहलोत साहब राज्य की जनता से जुड़े मुद्दों को सीरियसली लेने के बजाय गजेन्द्र सिंह को ही सीरियसली ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि वे बार- बार संजीवनी सोसायटी का नाम ले रहे हैं, इससे भी बड़ा घोटाला आदर्श क्रेडिट कॉऑपरेटिव सोसायटी में हुआ है. 20 लाख उसके निवेशक हैं. ऐसी ही 14 अन्य सोसायटियां हैं, उनके निवेशकों को भी सीरियसली लेना चाहिए. सीरियसली लेने की उनकी पिक एंड चूज विधा ही गहलोत की जादूगरी है.

शेखावत ने कहा कि गहलोत की तुष्टीकरण की नीति के कारण जयपुर के किशनपोल सहित राज्य के अन्य स्थानों से लोग पलायन को मजबूर हैं. इसी तरह राज्य की वीरांगनाओं का अपमान हो रहा है. राजस्थान में माफिया राज पनप रहा है. महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है. इन सबके अलावा भी बहुत सारे विषय हैं, जिनको मुख्यमंत्री को सीरियसली लेने की जरूरत है.

साढ़े चार साल तक कुर्सी बचाने में लगे रहे गहलोत
शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने साढ़े चार साल किसी और चीज को सीरियसली नहीं लिया सिवाय कुर्सी बचाने के उपक्रम के. यदि उन्होंने राजस्थान को सीरियसली लिया होता. लॉ एंड ऑर्डर को सीरियसली लिया होता, राजस्थान में भ्रष्टाचार को बढ़ने से रोका होता तो आज उनकी यह कहने की मजबूरी और मायूसी नहीं होती कि राजस्थान की पुलिस बजरी पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में डिले के कारण भ्रष्ट हो गई. केन्द्रीय मंत्री ने तंज कसा कि राजस्थान की जनता ने उन्हें इसलिए कुर्सी पर नहीं बिठाया कि वे अपनी विफलताओं का ठीकरा राजस्थान की जनता, भाजपा और कभी सुप्रीम कोर्ट पर थोपें.

सीएम गहलोत ने पीसीसी में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि गजेंद्र सिंह शेखावत को सीरियसली लेने की जरूरत क्या है. एसओजी ने गजेंद्र सिंह शेखावत आपको उनके परिवार को संजीवनी घोटाले में आरोपी मान लिया है. अब कोर्ट को फैसला लेना है. साथ ही कहा था कि बीजेपी को प्रस्ताव पारित करना है, तो गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ पारित करना चाहिए कि पीएम मोदी उन्हें बर्खास्त करें. शेखावत के संजीवनी क्रेडिट सोसायटी घोटाले पर प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए.

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