जिला प्रशासन और जलदाय विभाग के लाख दावों के बीच जिला मुख्यालय पर आधा दर्जन से अधिक शहरों में कई सालों से पेयजल सप्लाई बाधित है. शहरवासियों ने बार-बार शिकायत के बाद भी समाधान नहीं होने और बिना समाधान किए शिकायतों का निस्तारण करने के आरोप लगाए हैं. वहीं हिण्डौन उपखंड मुख्यालय की कई कॉलोनियों भी पेयजल किल्लत बानी हुई है.
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Karauli: जिला प्रशासन और जलदाय विभाग के लाख दावों के बीच जिला मुख्यालय पर आधा दर्जन से अधिक शहरों में कई सालों से पेयजल सप्लाई बाधित है. शहरवासियों ने बार-बार शिकायत के बाद भी समाधान नहीं होने और बिना समाधान किए शिकायतों का निस्तारण करने के आरोप लगाए हैं. वहीं हिण्डौन उपखंड मुख्यालय की कई कॉलोनियों भी पेयजल किल्लत बानी हुई है.
जिला मुख्यालय स्थित सीताबाड़ी में कोलियों का बाग, हरि सिंह पीटीआई की गली, दंग मोहल्ला, होली खिड़कियां, कैलाश बोहरे वाली गली, ऐसे शहर हैं जहां दर्जनों घरों में पेयजल सप्लाई 1- 2 साल से अधिक समय बीतने के बाद भी बंद पड़ी है. जिसके चलते क्षेत्र वासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है.
सीताबाड़ी वार्ड नंबर 29 के पार्षद कुलदीप सिंह धाबाई ने बताया कि हरि सिंह पीटीआई की गली, कोलियों का बाग क्षेत्र, दंग मोहल्ला में दर्जनों ऐसे घर है, जहां 2 साल से अधिक बीतने को आए लेकिन एक बूंद पेयजल सप्लाई नहीं. जबकि जलदाय विभाग ने लगातार बिल दिया जा रहा है. जिसका भुगतान उपभोक्ताओं ने किया है.
शहर के पवन गुप्ता, मोहित चतुर्वेदी ने बताया कि अधिकारियों को दर्जनों बार शिकायत कर चुके हैं, साथ ही संपर्क पोर्टल पर शिकायत की. शिकायत करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. शिकायत करने के बाद अधिकारी कभी-कभार आते हैं या फोन पर पूछ लेते हैं और कागजों में ही समस्या का निस्तारण कर दिया जाता है. जिसके चलते शहरवासी पेयजल के लिए तरस रहे हैं. उन्हें रोजमर्रा के काम के लिए दूसरे स्थानों से पानी लाना पड़ रहा है.
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जिसके चलते लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी प्रकार कैलाश बोहरे की गली निवासी लाला खान ने बताया कि लंबे समय से उनकी गली में पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही. जिसके चलते उन्हें पानी के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसी प्रकार बड़ी हटरिया निवासी राजेश सेन, आशीष ने बताया कि उनके शहरो में गंदे पेयजल आपूर्ति हो रही है. सप्लाई शुरू होते ही गंदा पेयजल आता है. जो पहले 10 से 15 मिनट तक जारी रहता है. जो अत्यधिक बदबूदार और गंदा होता है.
5 से 10 मिनट पानी की आपूर्ति में काम चलाने लायक पानी मिल पाता है. लेकिन गर्मी के मौसम में पेयजल के लिए उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वही हिण्डौन के पुरानी कचहरी शाहगंज शहर में गहरा रहे पेयजल संकट को लेकर भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई बार विरोध प्रदर्शनों कर पेयजल आपूर्ति की शिकायत की गई लेकिन अभी तक समाधान नही हुआ है .
पेयजल से परेशान लोगों ने बताया कि वार्ड संख्या 42 से 50 तक की बड़ी बाखर, दुब्बे पाड़ा, नीम का बाजार खटीक पाड़ा, हनुमान पाड़ा, बरपाड़ा, चौबे पाड़ा, शाहगंज में पुरानी कचहरी के समीप पानी की टंकी से लोगों को पेयजल आपूर्ति की जाती है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से टंकी में पानी का भराव नहीं हो रहा है. जिससे लोगों को पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. नलों से पेयजल आपूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को इस भीषण गर्मी में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
हालत यह है कि लोग खरीद कर और डोर कुए हैंडपंपों से पानी लाकर पीने को मजबूर हैं. लोगों ने बताया कि उनका शहर ऊंचाई पर होने के कारण पानी के टैंकर भी आसानी से नहीं पहुंच पाते हैं. जो टैंकर आते हैं वह बहुत अधिक पैसा वसूल करते है. जिससे परेशानी और अधिक बढ़ गई है।. लोगों का कहना है कि पाइप लाइन में भारी संख्या में अवैध कनेक्शन होने के कारण कनेक्शन धारी उपभोक्ताओं तक पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि जब से नई टंकी का निर्माण हुआ है, तब से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था काफी बिगड़ गई है.
Report: Ashish Chaturvedi