Ukraine से 23 छात्र राजस्थान लौटे, सभी लोकसभा अध्यक्ष बिरला के संपर्क थे
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Ukraine से 23 छात्र राजस्थान लौटे, सभी लोकसभा अध्यक्ष बिरला के संपर्क थे

यूक्रेन से भारत लौटने वाले विद्यार्थियों में 23 राजस्थान से भी हैं. इन 23 में से 14 विद्यार्थी मुंबई जबकि 9 नई दिल्ली पहुंचे. इन छात्रों ने घर वापसी के प्रयासों के लिए भारत सरकार का आभार जताया.

Ukraine से 23 छात्र राजस्थान लौटे, सभी लोकसभा अध्यक्ष बिरला के संपर्क थे

Kota: यूक्रेन से भारत लौटने वाले विद्यार्थियों में 23 राजस्थान से भी हैं. इन 23 में से 14 विद्यार्थी मुंबई जबकि 9 नई दिल्ली पहुंचे. इन छात्रों ने घर वापसी के प्रयासों के लिए भारत सरकार का आभार जताया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इन विद्यार्थियों के लिए सरकार के सम्पर्क में थे.

मुंबई पहुंचे बच्चों को स्वयं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रिसीव किया. इनमें कुछ बच्चे कोटा और रावतभाटा से थे. इन विद्यार्थियों से लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने स्वयं बात की. विद्यार्थियों ने कहा कि कठिन और चुनौतीपूर्ण हालात में भारत सरकार ने उनका पूरा ध्यान रखा. फ्लाइट में भी उनकी सार-संभाल की गई. मुंबई पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री खुद उन्हें रिसीव करने आए यह देख कर अच्छा लगा. उल्लेखनीय है कि स्पीकर बिरला यूक्रेन में फंसे बच्चों की सहायता के लिए लगातार केंद्र सरकार और संबंधित मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं. 

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यूक्रेन में फंसे बच्चों से भी की बात
स्पीकर बिरला ने शनिवार को स्वयं युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे बच्चों से भी बात की. बिरला ने उन्हें आश्वस्त किया कि भारत सरकार उनकी वापसी के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने बच्चों से कहा कि वे धैर्य और संयम बनाए रखें. भारत सरकार तथा भारतीय दूतावास से जो भी निर्देश दिए हैं, उनकी पालना करें. बिरला ने बच्चों से उनकी आवश्यकताओं के बारे में भी पूछा तथा भारतीय दूतावास के अधिकारियों को बच्चों तक हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश भी दिए.

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अमीरात में रह रहे अभिभावकों ने भी मांगी मदद
उधर, लोकसभा अध्यक्ष बिरला के नई दिल्ली और कोटा स्थित कार्यालय में काम कर रही हेल्पलाइन पर मदद के लिए फोन आना लगातार जारी है. कोटा स्थित कैंप कार्यालय पर शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे भारतीय मूल के अभिभावकों ने फोन कर बेटी की मदद का आग्रह किया. उधर, यूक्रेन स्थित एक अस्तपाल में कार्य कर रहे एक डॉक्टर जो कि शतरंज के अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी हैं. उन्होंने भी वहां से बाहर निकालने को आग्रह किया. हेल्पलाइन के माध्यम से बच्चों की मदद करने के प्रयास किए जा रहे हैं. 

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