जिले में पिछले 10 दिनों से लगातार हो रही बरसात (Heavy rain in Baran) से खेतों में खड़ी फसलें (Standing Crop) पानी से डूबी हुई हैं. ऐसे में खेतों में खड़ी फसल सड़ गई. खेत पूरी तरह पानी में डूबे हुये हैं.
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Baran: जिले में पिछले 10 दिनों से लगातार हो रही बरसात (Heavy rain in Baran) से खेतों में खड़ी फसलें (Standing Crop) पानी से डूबी हुई हैं. ऐसे में खेतों में खड़ी फसल सड़ गई. खेत पूरी तरह पानी में डूबे हुये हैं.
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सोयाबीन (soyabean) की फसल में 80 प्रतिशत से अधिक नुकसान हो गया. वहीं मक्का, उड़द आदि की फसल तो पूरी तरह से तबाह हो गई. जिससें किसानों की चिंता बढ़ने लगी है.
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किसानों द्वारा 10 हजार प्रति क्विंटल के हिसाब से सोयाबीन (Soyabean) की बीज खेतों मे बोया, लेकिन बरसात ने फसलों को तबाह कर दिया. ऐसे में किसानों को कर्ज को चुकाना और परिवार को पालने की चिंता सताने लगी है.
सबसे अधिक नुकसान बारां के शाहाबाद और छीपाबड़ौद में
छीपाबड़ौद क्षेत्र के कलमोदिया पंचायत (Kalmodia Panchaya) के ग्राम सेकुड़ के आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है. खेतों की फसलें (Farm Crop) खराब होने के कगार पर पहुंच चुकी हैं, खेत तालाब जैसे नजर आ रहे हैं. ऐसे में इस फसल की किसानों ने उम्मीद छोड़ दी है.
कोरोना के बाद से बंद है काम
दूसरी ओर कोरोना (Covid 19) के चलते नरेगा (NAREGA) में मजदूरी का कार्य बंद है और इधर खेतों में खड़ी फसल बरसात के कारण नष्ट होने से किसानों को भूख मरने की चिंता सताने लगी है.
Reporter- Ram Mehta