हाड़ौती की इस मंडी से ताइवान, तजाकिस्तान और बांग्लादेश में होता है धनिया निर्यात, ये है खासियत
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हाड़ौती की इस मंडी से ताइवान, तजाकिस्तान और बांग्लादेश में होता है धनिया निर्यात, ये है खासियत

kota news: कोटा जिले की रामगंजमंडी का धनिया अपनी खुशबू से देश ही नहीं विदेशों तक को महका रहा है. जी हां, यहां का धनिया देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक अपनी पहचान बना चुका है. 

 

हाड़ौती की इस मंडी से ताइवान, तजाकिस्तान और बांग्लादेश में होता है धनिया निर्यात, ये है खासियत

kota, ramganjmandi: कोटा जिले की रामगंजमंडी का धनिया अपनी खुशबू से देश ही नहीं विदेशों तक को महका रहा है. जी हां, यहां का धनिया देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक अपनी पहचान बना चुका है.  रामगंजमंडी में स्थित कृषि उपज मंडी एशिया की नंबर वन धनिया मंडी है, एशिया की सबसे बड़ी धनिया मंडियों में शुमार रामगंजमंडी की कृषि उपज मंडी में धनिये की आवक शुरू हो गई है. 

देश में धनिये के कुल उत्पादन में 70 प्रतिशत हिस्से पर हाड़ौती संभाग का कब्जा है. तो वहीं हाड़ौती में स्थित धनिया की विशिष्ट श्रेणी की मंडी है. कई नामी मसाला कंपनी यहां से व्यापार करती हैं. और साथ ही धनिये को इस शहर की लाइफलाइन भी कहा जाएं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.

रामगंजमंडी में राजस्थान ही नहीं मध्यप्रदेश से भी किसान धनिया लेकर पहुंचते हैं. पिछले 42 वर्षों से ये मंडी धनिये के व्यापार में एक लीडर के तौर पर उभरकर के आई है और इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की पूरे देश की मंडियां जहां धनिये का व्यापार होता है. वहां पर भी धनिये के भावों का निर्धारण रामगंजमंडी के धनिये के भावों के आधार पर होता है. धनिये की सर्वाधिक खपत मुस्लिम राष्ट्रों में होती है जिसमें ताइवान, तजाकिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ ही कई अन्य देश प्रमुख हैं जहां धनिये का निर्यात होता है.

ग्रीन एंड सीड्स मर्चेंट एशोसिएशन के अध्यक्ष मूकेश धाकड़ ने बताया कि इस साल बारिश की वजह धनिया थोड़ा लेट आया. इस वजह से किसान खेत को देरी से तैयार कर पाया है. फिर अनुमान लगाया जा रहा है इस बार भी धनिये मंडी में जोरदार आवक रहेंगी.यहां के धनिये का फ्लेवर व खुशबू हाड़ौती संभाग का बेस्ट माना जाता है, इसलिये यहां के धनिये को सब पसंद करते है, जहां तक रेट का सवाल है, पिछले वर्ष से इस वर्ष एक जैसा दिखाई दे रहे है वहीं गिला धनिया 4 हजार से लेकर 5500 तक बिक रहा है.

संभावना है बाजार अच्छे रहेंगे तो व्यापारियों को फायदा रहेगा. इस वजह से रामगंजमंडी की धनिया मंडी का नाम देश-विदेश तक है. प्रमुख धनिया व्यवसायी की माने तो देश की जानी मानी मसाला कंपनी रामगंजमंडी से ही माल लेना पसंद करती है. पिछले पाँच साल से धनिया के ये आवक रही 2018- 712365किवंटल, 2019-587027कि. 2020-951711कि. 2021 में 664674 कि. और इस साल फरवरी तक 438185 क्विंटल धनिया मंडी में आ गया. इसके अनुमान से इस साल सभी रेकॉर्ड टूट भी सकते हैं.

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