Kota News: कोटा में रिवर फ्रंट को लेकर बड़ी खबर है, बता दें कि एनजीटी कि ओर से गठित चार सदस्यी टीम कोटा पहुंचकर रिवर फ्रंट के अवैध निर्माण की जांच शुरू कर दी है.दो दिवसीय निरीक्षण के बाद टीम NGT को सौंपेगी रिपोर्ट.
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Kota News: एनजीटी के निर्देश पर गठित चार सदस्य टीम आज कोटा पहुंची, और रिवर फ्रंट का निरीक्षण किया. टीम दो दिवसीय दौरे पर कोटा पहुंची है,जो आज 8 और 9 तारिख़ तक कोटा में रहकर रिवर फ्रंट का अवलोकन कर अपनी रिपोर्ट NGT में पेश करेगी.एनजीटी द्वारा गठित की गई चार सदस्य टीम आज सुबह सबसे पहले जिला कलेक्ट्रेट पहुंची और जिला कलेक्टर से मुलाकात के बाद टीम कुन्हाड़ी स्तिथ रिवर फ्रंट के वेस्ट बैंक पहुंची.
जहां से UIT के सेक्रेटरी और इंजीनियर्स के साथ चर्चा कर रिवर फ्रंट का अवलोकन किया.दो दिनों के अवलोकन के बाद टीम निरीक्षण रिपोर्ट NGT में पेश करेगी. जहां से केस के आगे की दिशा तय होगी.टीम में जयपुर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर जैव विविधता बोर्ड के मेंबर,कोटा ADM सिटी और इरिगेशन विभाग के SE को शामिल किया गया है.
गौरतलब है कि कोटा कांग्रेस के UDH मंत्री शांति धारीवाल के ड्रीम प्रोजेक्ट चम्बल रिवर फ्रंट को कोटा UIT ने 1500 करोड़ की लागत से तैयार किया है, लेकिन अजमेर निवासी अशोक मलिक और द्रुपद मलिक ने एक याचिका NGT में दायर करते हुए आरोप लगाया था कि रिवर फ्रंट का कंस्ट्रक्शन घड़ियाल अभ्यारण इलाके में हुआ है,साथ ही नदी के किनारों पर कॉमर्शियल एक्टिविटी की जा रही है ,जो पूर्णतः अवैध है.
और इसके लिए कोटा UIT द्वारा कोई परमिशन नही ली गई है,ना ही पर्यावरण स्वीकृति हासिल की गई है.याचिकाकर्ता का आरोप है कि ये पूर्णतः वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन है.वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने भी पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया था कि रिवर फ्रंट पर किया गया निर्माण गैर कानूनी है.अब सबकी निगाहें NGT द्वारा गठित की गई टीम की निरीक्षण रिपोर्ट पर टिकी है.
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Reporter- KK Sharma