Lok Sabha Election 2024 : बाड़मेर में बड़ा सियासी दांव, RLP नेता उम्मेदाराम बेनीवाल कल थाम सकते हैं कांग्रेस का दामन
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Lok Sabha Election 2024 : बाड़मेर में बड़ा सियासी दांव, RLP नेता उम्मेदाराम बेनीवाल कल थाम सकते हैं कांग्रेस का दामन

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट पर नया अध्याय जुड़ने के समीकरण बन रहे हैं. बताया जा रहा है, कि आरपीएल (RPL) नेता उम्मेदाराम बेनीवाल (Umedaram Beniwal) कल कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं.

 

Umedaram Beniwal

Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहसे राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट में नया सियासी फेरबदल हो सकता है. जानकारी के अनुसार, आरपीएल (RPL) नेता उम्मेदाराम बेनीवाल (Umedaram Beniwal) कल कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं.

सियासी गलियारों में यह खबर भी गर्म है, कि उम्मेदाराम, कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी  (Harish Chaudhary) के नेतृत्व में कांग्रेस जॉइन करने जा रहे हैं. बता दें, कि ये वही उम्मेदाराम बेनीवाल बेनीवाल हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में हरीश चौधरी के खिलाफ ताल ठोकी थी. राजनीतिक जानकारों का मानना है, कि कांग्रेस बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से उम्मेदाराम बेनीवाल को अपना उम्मीदवार बना कसती है.

हरीश चौधरी ने किया था RPL-कांग्रेस गठबंधन का विरोध

बता दें, कि पिछले कई दिनों से RPL-कांग्रेस के गठबंधन की बात चल रही है, लेकिन हरीश चौधरी इसका खुला विरोध कर रहे हैं. जानकार बताते हैं, कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी को हनुमान बेनीवाल का कट्टर विरोधी माना जाता है. यही वजह है, कि चौधरी कांग्रसे और आरएलपी के बीच गठबंधन का विरोध कर रहे हैं. बता दें, कि हरीश चौधरी ने चयन समिति की बैठक के दौरान भी इस गठबंधन का विरोध किया था. उन्होंने इस विरोध की मुख्य वजह पूर्व में हनुमान बेनीवाल द्वारा कांग्रेस के खिलाफ की गई बयानबाजी को बताया था.

बाड़मेर पर थी RPL की नजर

जानकारी के अनुसार, दिल्ली वॉर रूम में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की दूसरी बैठक में रालोप से कांग्रेस के गठबंधन पर खूब मंथन हुआ था. लेकिन सूत्रों की मानें तो बैठक में कांग्रेस-RLP गठबंधन में बाड़मेर पर पेंच फंस रहा था, जबकि, नागौर पर बात लगभग बन गई थी. वहीं, अब उम्मेदाराम बेनीवाल के कांग्रेस जॉइन करने के बाद गठबंधन को लेकर बन रही रणनीति खटाई में पड़ सकती है. अब देखना ये होगा, कि कांग्रेस के इस दांव के बाद हनुमान बेनीवाल गठबंधन को लेकर क्या रुख अपनाते हैं.

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