जैन विश्व भारती में 13वां दीक्षांत समारोह संपन्न,राज्यपाल कलराज मिश्र ने लिया भाग, कहा- यह शिक्षा की शुरुआत है
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जैन विश्व भारती में 13वां दीक्षांत समारोह संपन्न,राज्यपाल कलराज मिश्र ने लिया भाग, कहा- यह शिक्षा की शुरुआत है

राज्यपाल कलराज मिश्र शनिवार को लाडनूं में जैन विश्व में भारतीय में आयोजित 13वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. दीक्षांत समारोह में अलग अलग वर्ग की 4543 उपाधियां प्रदान की गई.

13वां दीक्षांत समारोह संपन्न.

Ladnun News: राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र का शनिवार को लाडनूं का दौरा किया. यहां पर उन्होंने जैन विश्व में भारतीय में आयोजित 13वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. कार्यक्रम जैन धर्म गुरु आचार्य श्री महाश्रमण के सानिध्य में हुआ.

राज्यपाल जैन विश्व भारती पहुंचे
राज्यपाल मिश्र यहां पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे. हेलीपैड पर उनका भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. यहां से राज्यपाल मिश्र सड़क मार्ग के द्वारा राज्यपाल जैन विश्व भारती पहुंचे. इस दौरान पुलिस की कड़ी व्यवस्था मौजूद रही. जैन विश्व भारती की सुधर्मा सभा में आचार्य श्री महाश्रमण के सानिध्य में आयोजित हुए 13वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई. जिसके बाद जैन विश्व भारती के कुलपति डॉ बच्छराज दूगड़ ने जैन विश्व भारती संस्थान का परिचय देते हुए शैक्षिक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी.

4543 उपाधियां प्रदान की गई
दीक्षांत समारोह में अलग अलग वर्ग की 4543 उपाधियां प्रदान की गई. कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय मंत्री और जैन विश्व भारती के कुलाधिपति अर्जुन मेघवाल ने कहा कि जैन विश्व भारती में विद्यार्थियों का सर्वागीण विकास होता है. यहां पर शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि जैन विश्व भारती को संतों का सानिध्य प्राप्त है. यहां पर आचार्य व संतों की कृपा और आशीर्वाद से शिक्षा के जगत में संस्था ने एक अलग स्थान ही प्राप्त किया है.

दीक्षांत समारोह में भाग ले रहे राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि जीवन में शिक्षा ग्रहण करने के बाद उस शिक्षा के उजियारे को हर जगह प्रकाशित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ विद्यार्थी को विनम्र होना चाहिए. शिक्षा वह है जो व्यक्ति के आचार विचार में उतर आए. उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी उपाधि धारकों को कहा कि शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही आप सभी आगे देश और समाज की सेवा में भी अपना उत्तर दायित्व निभाएंगे. उन्होंने कहा कि दीक्षां शिक्षा का अंत नहीं यह शिक्षा की शुरुआत है. इसके बाद समाज और देश का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है.

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दीक्षांत समारोह में राज्यपाल की सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रही. इस मौके पर नागौर जिला कलेक्टर पीयूष समरिया, पुलिस अधीक्षक श्री राममूर्ति जोशी, डीडवाना एडीएम कमला अलरिया सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.

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