लाडनूं: NHM संविदा कर्मियों की मांग, सरकार ने नियमितीकरण नहीं किया, तो पकड़ेगे आंदोलन की राह
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लाडनूं: NHM संविदा कर्मियों की मांग, सरकार ने नियमितीकरण नहीं किया, तो पकड़ेगे आंदोलन की राह

Ladnun, Nagaur News: राजस्थान के लाडनूं में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कार्मिकों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. 

लाडनूं: NHM संविदा कर्मियों की मांग, सरकार ने नियमितीकरण नहीं किया, तो पकड़ेगे आंदोलन की राह

Ladnun, Nagaur News: राजस्थान के लाडनूं में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कार्मिकों ने अपनी नियमित पदों की नियुक्ति करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. 

उपखंड अधिकारी अनिल कुमार गढ़वाल को राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री के नाम कार्मिकों के द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि चिकित्सा विभाग में एनएचएम अंतर्गत कार्यरत 36178 कार्मिकों को राजस्थान कंट्रोलिंग हेयर इन सिविल पोस्ट 2022 नियमों के अंतर्गत वर्तमान में कार्यरत संविदा कर्मी को उनका हक मिलना चाहिए.

 ज्ञापन में बताया गया कि पिछले 10-15 वर्षों से जो कार्मिक विभाग में कार्यरत है, उनके पुराने कार्यों का अनुभव नियमों में सम्मिलित करे और उन्हें इसका लाभ दिलाया जाए. ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान सेवा नियम के तहत चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग में वित्त विभाग द्वारा स्वीकृत नियमित पदों पर नियुक्ति दी जाए. 

इस बारें में संविदा कर्मी रामकुंवार बिडियासर ने बताया कि एनएचएम के तहत संविदा पर कार्यरत कार्मिकों की मांग नियमितीकरण की है, हाल ही में राज्य सरकार ने संविदा कार्मिकों को पूर्व की संविदा सेवा से निकालकर नए संविदा रूल्स में शामिल किया है. इस बारे में संविदा कार्मिकों ने कहा कि नए संविदा रूल्स संविदा कार्मिकों के लिए न्याय संगत नहीं हुआ है. 

सरकार अपने जन घोषणा पत्र वर्ष 2018 में वादा किया था कि संविदा कार्मिकों को स्थाई / नियमितीकरण किया जाएगा, जो कि अब तक भी अधूरा है, जबकि नए रूल्स में 05 से 15 साल संविदा पर कार्य कर रहे संविदा कार्मिकों को नए सिरे से नई संविदा पर लिया गया है. नए नियमों में विगत वर्षो में संविदा कार्मिकों के द्वारा किए गए कार्य के वर्षों के अनुभव को शून्य कर दिया गया है. आकस्मिक अवकाश को भी घटाकर वार्षिक 25 से 12 कर दिए गए हैं.

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नए नियमों में नियमितीकरण का कही उल्लेख नहीं किया गया है और ना ही वार्षिक वेतन वृद्धि एवं पुरानी पेंशन योजना का कही हवाला है. संविदा कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने यदि एनएचएम कार्मिकों को स्थाई नहीं किया तो आंदोलन की राह लेनी पड़ेगी. इस मौके पर भगवाना राम, मनोज शर्मा, राजवीर सिंह, गोपाल राम , हिम्मताराम खिचड़, निधि पाणिकर, मुन्नी बिरड़ा, महेश कुमार, प्रेम कुमार, रूपाराम, प्रकाश देव, जयप्रकाश, योगेन्द्र सिंह सहित एनएचएम कार्मिक उपस्थित रहे.

Reporter: Hanuman Tanwar

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