कुरीतियों को छोड़कर समाज शिक्षा की तरफ ध्यान दें- आशा कुमावत
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कुरीतियों को छोड़कर समाज शिक्षा की तरफ ध्यान दें- आशा कुमावत

पाली जिले के जैतारण उपखंड के निमाज गांव में कुमावत समाज के आराध्य देव कुंभा जी मंदिर पर सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर बैठक आयोजित हुई बैठक में समिति द्वारा लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और समिति द्वारा समाज बंधुओं और जनप्रतिनिधियों के सामने सम्मेलन संपन्न होने पर सभी को बधाई दी. 

 

सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर बैठक

Jaitaran: पाली जिले के जैतारण उपखंड के निमाज गांव में कुमावत समाज के आराध्य देव कुंभा जी मंदिर पर सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर बैठक आयोजित हुई बैठक में समिति द्वारा लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और समिति द्वारा समाज बंधुओं और जनप्रतिनिधियों के सामने सम्मेलन संपन्न होने पर सभी को बधाई दी. 

सामूहिक विवाह सम्मेलन में भाग लेने वाले वर वधु को 5000 रुपए और रोकड़ समिति की पदाधिकारियों ने दिए बैठक को संबोधित करते हुए जिला परिषद सदस्य आशा कुमावत ने कहा कि जब तक समाज में फैली कुरीतियों को हम बंद नहीं करेंगे तब तक समाज उन्नति नहीं करेगा और समाज पिछड़ता जाएगा और समाज कभी भी विकास नहीं कर पाएगा क्योंकि आज समाज में शिक्षा की कमी है शिक्षा का एक कमी के कारण हम उन्नति नहीं कर सकते हैं आज देश 21वीं सदी में पहुंच रहा है और शिक्षा के बिना कुछ भी संभव नहीं है इसलिए समाज के पदाधिकारी वह समाज के पंच समाज में एक अलग जगा कर कोई भी शिक्षा से वंचित नहीं रहे.

इसलिए ऐसी व्यवस्था करें जिसे सभी को शिक्षा मिल सके कोई भी शिक्षा से वंचित नहीं रहे आशा कुमावत ने कहा कि मृत्यु भोज बंद कर देना चाहिए क्योंकि मृत्यु भोज पर हम लाखों रुपए खर्च कर देते हैं और फिजूल खर्च होता है, यही पैसा समाज के शिक्षा में खर्च कर पुण्य का काम करें और समाज में गरीब और असहाय लोगों की सेवा कर पुण्य का लाभ कमाएं. उन्होंने कहा कि जब तक समाज संगठित नहीं होगा तब तक समाज बिखरा रहेगा और बिखरे हुए समाज की कहीं भी गिनती नहीं होती हैं और हम ज्यादा होने के बाद भी हमारी राजनीतिक पहुंच जीरो है क्योंकि हमारे वोटों की गिनती नहीं होती है. 

आज हम बहुसंख्यक होने के बाद भी हमारी गिनती जीरो है और राजनीतिक दल अपने समाज को गुमराह कर वोट हासिल कर लेते हैं इसलिए जरूरी है कि समाज संगठित होकर वोटों की ताकत दिखाएं जिसे समाज की गिनती हो सके जोगाराम एक लिया ने कहा कि समाज में शिक्षा का अभाव है और जब तक शिक्षा का अभाव रहेगा तब तक समाज विकास नहीं करेगा समाज के विकास के लिए सबसे पहले शिक्षा जरूरी है और शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है नारायण लाल कुमावत ने कहा कि समाज के नाम पर एक हो और समाज में बिखराव नहीं करें जब तक समाज में बिखराव होगा तब तक समाज संगठित नहीं होगा आज के समय में जो समाज संगठित है उस समाज की हर समाज कदर करता है. 

फिजूलखर्ची बंद कर समाज को संगठित कर विकास के कार्य में पैसा लगाएं मांगीलाल दुबल दिया ने कहा कि आज समाज बहुत पिछड़ा हुआ है बिछड़ने के पीछे शिक्षा की कमी है. इसी कारण हम और हमारा समाज पिछड़ता जा रहा है इसको सुधारने के लिए हम सबकी जिम्मेदारी हैं कि कोई भी परिवार शिक्षा से वंचित नहीं हो भागुराम एकलिया, रतन लाल मावर, जसाराम मलाराम सहित वक्ताओं ने बैठक को संबोधित किया बैठक में सामूहिक विवाह सम्मेलन को सफल बनाने के लिए समाज की तरफ से माला व साफा करना कर स्वागत किया और कहां की ऐसे आयोजन हर साल किया जाए और सम्मेलन के अलावा प्रतिभावान सम्मान समारोह आयोजित करें और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभावान छात्र छात्राओं को सम्मानित करें कुमावत समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में आयोजित 13 जोड़ों को समिति की तरफ से 5000 रुपए दिए और वर वधु के उज्जवल भविष्य की कामना की. 

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Report- Subhash Rohiswal

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