Rajasthan assembly election 2023: बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल पर भीलवाड़ा के शाहपुरा से बीजेपी विधायक कैलाश मेघवाल ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. अब अशोक गहलोत ने मामले में जांच की बात कही है. सवाल ये, क्या ये सब कुछ पहले से तय है. क्या है असल सियासत.
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Rajasthan, Arjun ram meghwal and Kailash meghwal: राजस्थान की सियासत में विधानसभा चुनावों से पहले संग्राम तेज है. अब भीलवाड़ा के शाहपुरा से MLA कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय मंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा सियासी संग्राम और तेज कर दिया है. कैलाश मेघवाल का आरोप लगाना, ठीक अगले दिन बीजेपी की ओर से नोटिस जारी होना और अगले 48 घंटे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ये बयान कि अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के मामले में जांच की जाएगी. क्या ये सब कुछ पहले से तय है ?
कैलाश मेघवाल के स्थानीय समीकरण
कैलाश मेघवाल भीलवाड़ा की शाहपुरा सीट से विधायक है. वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते है. उनकी उम्र 89 साल हो चुकी है. ऐसे में इस बार उनके टिकट पर संकट है. अर्जुनराम मेघवाल पिछले कुछ समय में 5 बार भीलवाड़ा का दौरा कर चुके है. भीलवाड़ा बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रोशन मेघवंशी उनके करीबी है. रोशन ने 2018 में भी कैलाश मेघवाल के सामने शाहपुरा से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. ऐसे में कैलाश मेघवाल को इस बात का डर है कि अर्जुनराम मेघवाल इस बार उनका टिकट कटवा सकते है. टिकट रोशन मेघवंशी के हिस्से जा सकता है. लिहाजा वो अर्जुनराम मेघवाल पर आक्रामक हो गए है.
शेखावत के बाद अब मेघवाल का नंबर
अर्जुनराम मेघवाल मोदी सरकार में मंत्री है. पिछले 1 साल में राजस्थान से सबसे ज्यादा प्रमोशन पाने वाले नेता है. पहले उनको राजस्थान में बीजेपी जॉइनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया. उसके बाद मंत्रिमंडल में प्रमोशन करते हुए किरण रिजिजु को हटाकर उनको कानून मंत्री बनाया. हाल ही में घोषित हुए घोषणापत्र समिति की कमान भी उनको ही दी गई. ऐसे में वसुंधरा विरोधी खेमे के माने जाने वाले अर्जुनराम मेघवाल को लेकर आम लोगों के बीच मुख्यमंत्री दावेदार के रूप में चर्चा शुरू हुई. ऐसे में अब चर्चाएं ये भी है कि CM फेस की संभावनाओं को देखते हुए सब कुछ तय हिसाब से हो रहा है. कैलाश मेघवाल की तरफ से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाते है. अगले 2 दिन में ही मुख्यमंत्री मामले की जांच का बयान दे देते है. जबकि अर्जुनराम मेघवाल को नौकरी छोड़े ही 15 साल का समय हो गया है.
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ये चर्चा इसलिए भी है क्योंकि इससे पहले जोधपुर सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सीएम पद के दावेदार के रूप में देखे जा रहे थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनकी पूरी तरह किनारे लगाने के लिए संजीवनी मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर इसी तरह से बयान दिए थे.
वसुंधरा राजे के करीबी
तीसरी चर्चा ये भी है कि कैलाश मेघवाल चूंकी वसुंधरा राजे के करीबी है. ऐसे में राजे विरोधी गुट के अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर पब्लिक डॉमेन पर उनको कमजोर करने के प्रयास है. अशोक गहलोत भी सियासी संकट प्रकरण में कैलाश मेघवाल को सरकार बचाने के लिए शुक्रिया बोल चुके है.
लाल डायरी का जवाब भ्रष्टाचार !
इस प्रकरण में चौथी चर्चा ये भी है कि एक तरफ जहां बीजेपी राजेंद्र गुढ़ा के लाल डायरी प्रकरण को लेकर राजस्थान सरकार पर पूरी तरह से हमलावर है. ऐसे में कैलाश मेघवाल से सोची समझी रणनीति के तहत भ्रष्टाचार का बयान दिलवाया गया. अगले 2 दिन में ही अशोक गहलोत ने मामले की जांच का भी बयान दे दिया. ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी गहलोत सरकार पर किसी तरह का भ्रष्टाचार का आरोप लगाए उससे पहले बीजेपी को ही इसी मामले में घेर लिया जाए.