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Jaipur News : कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव मुख्यालय राम सिंह कस्वां ने आरोप लगाया कि सचिन पायलट बीजेपी के टूल बनकर काम कर रहे हैं. वो अपने आंदोलनों से कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रहे हैं. जिन मुद्दों की बात सचिन पायलट कर रहे हैं, वो मैनें उठाए थे, लेकिन सचिन ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि मैं थोड़ा भी वसुंधरा के खिलाफ बोलता हूं तो मेरे पर बड़ा दबाव आता है क्योंकि मेरे उनसे मधुर पारिवारिक संबंध हैं.
कांग्रेस पार्टी के सचिव रामसिंह कस्वां ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा को लेकर कहा कि भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का षडयंत्र किया जा रहा है. आलाकमान को सब पता है यही कारण है कि कर्नाटक चुनाव में सचिन पायलट को स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर रखा गया है, जबकि इससे पहले सभी चुनावों में पायलट स्टार प्रचारक की भूमिका में रहे हैं. कस्वां ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के खिलाफ जो माहौल बना, उसे खत्म करने का प्रयास किया गया. मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास किया.
कर्नाटक में कांग्रेस ने भाजपा के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया जिसे जनता का समर्थन मिला एवं कर्नाटक में भाजपा सरकार के 40% कमीशन मुद्दा कांग्रेस का कैम्पेन बना. इस कैंपेन को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तक काउंटर नहीं कर सके और बीजेपी इससे घबरा गई. इस बीच सचिन पायलट ने धरने पर बैठने की घोषणा कर दी. राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने देश में सर्वाधिक कार्रवाई की है. करीब 1750 लोगों रिश्वत लेते गिरफ्तारकिया गया है् जिनमें जिला कलेक्टर, एसपी, RPSC सदस्य तक को भ्रष्टाचार करने पर बख्शा नहीं गया. अब जब कर्नाटक में वोटिंग थी तो पायलट ने यात्रा का एलान कर दिया. यह टाइमिंग ऐसी है कि बीजेपी नेता मामला उठाते हैं और पायलट काेई न कोई मुद्दा उठा लेते हैं. इससे साबित होता है कि दोनों के बीच मिलीभगत का खेल चल रहा है.
रामसिंह ने कहा कि बिहार में कांग्रेस-RJD-JDU गठबंधन के खिलाफ भाजपा की शह पर काम कर रहे प्रशांत किशोर ही भाजपा की मदद से सचिन पायलट के साथ काम कर रहे हैं जिससे भाजपा को राजस्थान में लाभ हो. जिन मुद्दों की बात सचिन पायलट कर रहे हैं वो सबसे पहले मैंने उठाए थे और अदालत तक में इन मुद्दों पर वसुंधरा राजे और उनकी सरकार से लड़ाई लड़ी. सचिन पायलट ने इन मुद्दों पर मेरी लड़ाई में कोई मदद नहीं की.
11 जून 2016 को राजेश पायलट की पुण्यतिथि के दिन मैं पायलट के जालूपुरा स्थित आवास पर गया. मैंने उनसे इन मुकदमों में मदद का आग्रह किया तब सचिन पायलट ने कहा कि मैं थोड़ा भी वसुंधरा के खिलाफ बोलता हूं तो मेरे ऊपर बड़ा दबाव आता है क्योंकि मेरे उनसे मधुर पारिवारिक संबंध हैं , इसलिए मैं वसुंधरा के खिलाफ नहीं बोल सकता. मैंने कहा कि आप इतने बड़े राजनेता के पुत्र होकर भी बोलने से डर रहे हैं, मैं तो उनके खिलाफ लड़ रहा हूं, तब भी उन्होंने किसी भी मदद से इंकार कर दिया. अब साढे़ चार साल बाद इन मामलों उठाना दिखाता है कि वो भाजपा की मदद से कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए ये मुद्दे उठा रहे हैं जबकि इन सब मुद्दों का अदालत से निराकरण हो चुका है.
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