Khatu Shyam Ji: रमजान के पवित्र महीने में अजमेर से मुस्लिम समाज ने नेतृत्व में हिन्दू-मुस्लिम 11 सदस्यों का जत्था निशान पदयात्रा कर खाटूधाम पहुंचा और निशान चढ़ाकर अमन चैन की दुआएं मांगी.
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Khatu Shyam Ji: राजस्थान के सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे के रखवाले विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम की नगरी में प्रत्येक समुदाय के लाखों श्याम भक्तों को बाबा अपनी ओर आकर्षित कर रहें हैं.
हिन्दू-मुस्लिम 11 सदस्यों ने मांगी मन्नत
इसी के तहत रमजान के पवित्र महीने में अजमेर से मुस्लिम समाज ने नेतृत्व में हिन्दू-मुस्लिम 11 सदस्यों का जत्था निशान पदयात्रा कर खाटूधाम पहुंचा. बाबा श्याम के दरबार में पहुंचकर अपने मन्नत के निशान अर्पित कर देश में भाईचारा और अमन की दुआ मांगी.
अब्दुल हकीम ने किया बाबा का दीदार
बाबा के दरबार में पहुंचकर अब्दुल हकीम ने कहा कि देश में भाईचारा और अमन चैन बना रहे, इसको लेकर हमने विजय नगर अजमेर से 18 मार्च को निशान पदयात्रा करते 6 दिन बाद बाबा श्याम के रूबरू दीदार कर अमन चैन की दुआएं मांगी हैं. यहा पहुंचने पर दर्शन व्यवस्था में थानाधिकारी सुभाष चंद्र यादव व कांस्टेबल जुगन सिंह ने अजमेर के जत्थे को सुगमतापूर्वक दर्शनों को भेजा.
विदेशों में छाया बाबा का जादू
बता दें कि बाबा श्याम के दरबार में हर रोज एक बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं. अब बाबा का डंका देश से लेकर विदेशों में भी बजने लगा है. बाबा को कलयुग का देवता कहा जाता है. इसके साथ ही बाबा को हारे का सहारा, खाटूवाला, लखदात्तार, शीश का दानी आदि कई नामों से पुकारा जाता है. अब बाबा के मंदिर विदेशों में भी बनने लगे हैं.
बाबा का पहला मंदिर
बाबा का सबसे पहला मंदिर राजस्थान के सीकर में बना था, जो लगभग 300 साल पुराना है. यहां हर धर्म का इंसान बाबा के दरबार में अपनी मनोकामनाएं और मन्नत लेकर आता है, जिसको बाबा जरूरी पूरी करता है. बाबा का असली नाम बर्बरीक है. बर्बरीक भीम के पोते हैं.
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