Anupgarh News: जिंदा व्यक्ति को कागजों में किया मृत घोषित, बुजुर्ग ने बोला- साहब... मैं जिंदा हूं
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2326868

Anupgarh News: जिंदा व्यक्ति को कागजों में किया मृत घोषित, बुजुर्ग ने बोला- साहब... मैं जिंदा हूं

Anupgarh News: अनूपगढ़ जिले में रायसिंहनगर मिनी सचिवालय के बाहर धरने पर बैठकर बुजुर्ग ने कहा- "मैं जिंदा हूं". दरअसल एक बुजुर्ग ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए सोमवार से मिनी सचिवालय के बाहर धरना शुरू कर दिया है. मामले के अनुसार घर में जीवित बैठा फकीरा जिंदा है, यह साबित करने के लिए उसका परिवार पिछले एक साल से तहसील एवं पालिका में चक्कर काट रहा है. 

Anupgarh News

Anupgarh News: राजस्थान के अनूपगढ़ जिले में रायसिंहनगर मिनी सचिवालय के बाहर धरने पर बैठकर बुजुर्ग ने कहा- "मैं जिंदा हूं". दरअसल एक बुजुर्ग ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए सोमवार से मिनी सचिवालय के बाहर धरना शुरू कर दिया है. मामले के अनुसार घर में जीवित बैठा फकीरा जिंदा है, यह साबित करने के लिए उसका परिवार पिछले एक साल से तहसील एवं पालिका में चक्कर काट रहा है. 

 

मामले का खुलासा उस समय हुआ जब पीडि़त का आधार कार्ड बंद होनें से पेंशन सहित सभी सरकारी सुविधाऐं बंद हो गई. इसी दौरान वृद्ध की अलवर जिले में स्थित कृषि भूमि का बेचान तक हो गया. परिजनों की ओर से मामले का पता किया तो सामने आया कि वृद्ध उसका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया.

यह भी पढ़ें- Karauli News: शहरी के निचले इलाके सहित ग्रामीण के कई स्थानों पर हुआ जलभराव

मृत्यु प्रमाण जारी होने से उसका आधार कार्ड भी बंद हो गया, जिससे उसकी पेंशन और उसको मिलने वाली तमाम सरकारी सुविधाएं भी बंद हो गई हैं. मामले को लेकर वृद्ध की पुत्र वधू ने एक वर्ष पूर्व जरिए इस्तागासे तत्कालीन तहसीलदार, पालिका ईओ सहित 7 लोगों पर धोखाधड़ी एवं अन्य धाराओं में पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया. 

यह भी पढ़ें- Dungarpur News: गंदे पानी व कीचड़ में तब्दील हुआ बच्चों के स्कूल जाने का रास्ता

परिवादी ने आरोप लगाया कि उनके 70 वर्षीय ससुर का फर्जी मृत्यु प्रमाण बनाकर उसका दुरुपयोग किया गया है. जबकि उनके ससुर का नाम फकीरा पुत्र खंडुराम उर्फ रावताराम है. जो वर्तमान में भी जिंदा है और उनके साथ रह रहे हैं. मामले की जांच तत्कालीन एएसआई रामकेर को सौंपी गई थी. एएसआई ने जांच कर पत्रावली कोर्ट में एफ आर पेश कर दी. 

यह भी पढ़ें- Alwar News: गूगल पर इनवर्टर मैकेनिक का नंबर ढूंढना रिटायर्ड फौजी को पड़ा भारी

परिवादिया ने वकील के जरिए अधूरी जांच को गलत बताते हुए मामले की पुन: जांच की मांग करने पर न्यायालय ने प्रसंज्ञान लेकर मामले को पुन: जांच के लिए थाने में भेज दिया. उसके बाद मामले की जांच एएसआई गुल्लाराम मीणा को सौंपी गई. लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई. उसके बाद परिवादी की शिकायत पर डिप्टी अनु बिश्नोई की ओर से मामले की जांच एएसआई विनोद कुमार को सौंप गई है.

 

Trending news