मुख्यमंत्री गहलोत का दार्शनिक अंदाज, न मुझे राज्य की कामना है और ना ही स्वर्ग की..
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मुख्यमंत्री गहलोत का दार्शनिक अंदाज, न मुझे राज्य की कामना है और ना ही स्वर्ग की..

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज एक कार्यक्रम में दार्शनिक अंदाज़ में दिखे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि न तो मुझे राज्य की कामना है, न स्वर्ग की, ना ही पुनर्जन्म की.

 मुख्यमंत्री गहलोत का दार्शनिक अंदाज, न मुझे राज्य की कामना है और ना ही स्वर्ग की..

उदयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज एक कार्यक्रम में दार्शनिक अंदाज़ में दिखे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि न तो मुझे राज्य की कामना है, न स्वर्ग की, ना ही पुनर्जन्म की. मैं केवल दुःख से संतप्त प्राणि हूं, जो दुःख के समाप्त होने की कामना करता हूं.

मैं बचपन से गांधी पीस फाउंडेशन का सदस्य था और एक्टिविटीज में बढ़चढ़कर हिस्सा लेता था. मेरे भीतर बचपन में समाजसेवा के जो संस्कार मिले हैं वो आजतक बने हुए हैं और यह संस्कार ता उम्र रहेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को डूंगरपुर के ज्ञानपुर में गुजराती पाटीदार समाज के महासम्मेलन में यह बात कही.

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न एक ग्राम सोना खरीदा और नहीं चांदी- सीएम

मुख्यमंत्री गहलोत सिर्फ यही तक नहीं रुके.. उन्होंने आगे कहा कि न मैंने जमीन खरीदी, न एक ग्राम सोना, न चांदी. उन्होंने कहा कि एमएलए और एमपी को जो सरकारी फंड मिलते हैं. वहीं मेरे पास है. मुझे याद है मैंने 40 साल पहले किश्तों पर हाउसिंग बोर्ड का एक मकान मानसरोवर में लिया था. जहां रह नहीं सकता, अब भी रहने लायक नहीं है. उस जमाने में मैंने 90 हजार रुपए किश्तों में भरे.

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सादगी भरा जीवन जीना अच्छा लगता है- सीएम

दिल्ली में 9-10 लाख रुपए 20 साल तक किश्तों में भरकर एक मकान लिया. वो भी 13 हजार रुपए के किराए पर उठा हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके पास 2 प्लॉट खाली हैं, बाकी मैंने कुछ किया ही नहीं और नहीं मुझे कभी इन चीजों का शौक रहा कि मेरे पास बड़े बंगले हो या लग्जरी गाड़ियां. मैं सादगी भरा जीवन जीने में यकीन करता हूं. मुझसे लोग पूछते हैं कि आप इतने साधारण कैसे रहते हैं. तो मैं बताता हूं कि सामान्य जीवन जीना ही हमें सीखाया गया है. मैं जनसेवा के लिए हमेशा तैयार रहता हूं. कुछ लोग हमें यहां तक कहते हैं कि आप 7 पीढ़ियों का इंतजाम क्यों नहीं कर लेते, लेकिन ऐसी बात मेरे दिमाग में आज तक नहीं आई. मैं तो अपनी जिंदगी उसी ढंग से बिताना चाहता हूं,जो आज तक बिताता रहा है.

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