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Mavali: उदयपुर की घासा थाना पुलिस ने बुधवार को कार्रवाही में नाकाबंदी तोड़कर भाग रहे दो युवकों को पकड़ा है. युवकों के पास पिस्टल और कारतूस बरामद हुई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
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मामले का खुलासा करते हुए घासा थानाधिकारी फैलीराम मीणा ने बताया कि पुलिस अधिक्षक मनोज कुमार के निर्देश पर जिलेभर में अवैध हथियारों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसी को लेकर घासा थाना पुलिस ने थाने के बाहर ही नाकाबन्दी कर संदिग्धों पर नजर रखनी शुरू की. इस दौरान संदेह के आधार पर पुलिस ने बाइक पर सवार होकर आ रहे दो युवकों को रोकने का प्रयास किया, तो वे नाकाबंदी तोड़कर भागने लगे. इस पर मुस्तैद पुलिस के जवानों ने बैरिकेट लगाकर बाइक सवार संदिग्धों को पकड़ लिया. पुलिस की पूछताछ में उन्होंने अपना नाम कमलेश बंजारा पिता भैरूलाल बंजारा निवासी लाखा का खेडा, थाना चंदेरिया, जिला चित्तोडगढ़ और दीपक प्रजापत पिता भगवानलाल प्रजापत निवासी महाराज की खेडी, पुलिस थाना डबोक, जिला उदयपुर बताया. पुलिस ने जब उन्हें भागने के बारे मे पूछा तो वे संतोषप्रद जवान नहीं दे पाए. इसपर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और थाने लेकर आई. पुलिस ने जब तलाशी ली तो उनके पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन और दस जिंदा कारतूस बरामद हुए.
पुलिस ने जब दोनों बदमाशों से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने चौकाने वाला खुलासा किया है. बदमाशों ने बताया कि नारायण सिंह राव पिता हम्मेर सिंह राव निवासी मरतड़ी के कहने पर वे विजय सिंह पिता नाथु सिंह राव निवासी खोडाव थाना कुराबड जिला उदयपुर और कान सिंह राव निवासी मरतडी को मारने के लिए जा रहे थे.
थानाधिकारी फैलीराम ने बताया कि विजय सिंह और कान सिंह ने न्यायालय में नारायण सिंह के खिलाफ हत्या के मामले में गवाही दी थी. इसी का बदला लेने के लिए उसने दोनों की हत्या करवाने की साजिश रची. वहीं पुलिस ने नारायण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी कमलेश और दीपक के खिलाफ लूट, अपहरण, हनीट्रैप के मामले दर्ज हैं. साथ ही आरोपी चित्तोड़गढ़ जिले के चंदेरिया थाने में अपहरण के मामले में फरार चल रहे हैं.