अंतर्राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित
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अंतर्राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित

आज अंतर्राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है.

अंतर्राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित

उदयपुर: आज अंतर्राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में वाइल्ड लाइफ के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कारण वन विभाग व वन्य जीव प्रेमियों की ओर से जिले के झाडोल कस्बे में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें लोगों को वन्य जिवों के संरक्षण के लिए जागरूक किया गया. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हमारे देश में कई वन्यजीव ऐसे हैं जो धीरे धीरे किसी न किसी कारणों से लुप्त होते जा रहे हैं.

वन विभाग हर साल वन्यजीवों की गणना करवाता है. वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार कई एसे वन्यजीव हमारे वनों से धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहे हैं. कभी इन जंगलों की शान हुआ करते थे. साथ ही इस गणना में ऐसे वन्य जीव भी देखने को मिलते है जो प्राय किसी अन्य स्थान पर पाए जाते है. कुछ ही एक इस बार हुई वन्य जीव गणनना में भी देखने को मिला. जहा दुर्लभ हनी बैजर जिसे स्थानीय भाषा में बिज्जू कहा जाता है.

वह झाडोल के वन्य जीव अभ्यारण फुलवारी की नाल में वन्य जीव गणना के दौरान ट्रैप कैमरे में कैद हुआ है. जानकारों के अनुसार हनी बैजर अफ्रीकन देशों में ज्यादा पाया जाता है. पहले झाडोल क्षेत्र में भी इसकी संख्या ज्यादा थी पर आदिवासियों द्वारा इसका शिकार करने से धीरे-धीरे यह प्रजाति लुप्त हो रही है. फुलवारी की नाल में वन्य जीव गणना  2022 उदयपुर जिस में 23 पैंथर, 27 भालु , 22जरख, 28 चौसिगा, 146 जगली मुर्गे इसके अलावा  सियार, जंगली बिल्ली, नेवले आदि भी कैमरे में कैद हुए. 

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