Ram Mandir: 140 करोड़ भारतीयों में से किस्मत वाले 20 लोग, जो करेंगे रामलला की पूजा, देनी पड़ी इतनी कठिन परीक्षा
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Ram Mandir: 140 करोड़ भारतीयों में से किस्मत वाले 20 लोग, जो करेंगे रामलला की पूजा, देनी पड़ी इतनी कठिन परीक्षा

Ram Mandir Udghatan: राम मंदिर (Ram Mandir) के लिए पुजारियों का सेलेक्शन किया जा रहा है. उनसे कैसे सवाल पूछे जा रहे हैं? उनमें क्या-क्या खासियत देखी जा रही है, आइए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं.

Ram Mandir: 140 करोड़ भारतीयों में से किस्मत वाले 20 लोग, जो करेंगे रामलला की पूजा, देनी पड़ी इतनी कठिन परीक्षा

Ram Mandir Pujari Selection: भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के गर्भगृह में रामलला को विराजमान करने की तैयारियां जिस तरह जोरों पर हैं. ठीक उसी तरह रामलला के लिए नए पुजारियों का चयन भी तेजी से चल रहा है. ज़ी मीडिया की टीम को अयोध्या में पीले और भगवा रंग के कुर्ते में दो युवा दिखे. ये दोनों उन 3,000 लोगों में से हैं जिन्होंने राम मंदिर में पुजारी बनने के लिए आवदेन दिया था. पीले रंग का कुर्ता पहने अभ्यर्थी सोनू कुमार शुक्ल और भगवा रंग के कुर्ते में आचार्य शिवानंद मिश्रा नजर आए. दोनों की उम्र 27 साल है. ये दोनों ही अभ्यर्थी उन 270 लोगों में से हैं जिन्हें इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया. और खास बात ये है कि इंटरव्यू देने के बाद इन्होंने ज़ी न्यूज़ पर अपना अनुभव शेयर किया है.

पुजारी के लिए इंटरव्यू में क्या-क्या पूछा गया?

आचार्य शिवानंद मिश्रा ने कहा कि शुरू से अयोध्या में रहे हैं. पीढ़ी से यहीं हैं. मेरा 10 मिनट तक इंटरव्यू हुआ. संध्या के बारे में पूछा गया. संध्या, सुबह-शाम जाने अनजाने में हुए पाप का प्रायश्चित होती है. ब्राह्मणों के लिए विशेष संध्या का नियम है. 3 दिन तक संध्या नहीं करने पर वह सदा के लिए अपवित्र हो जाता है. संकल्प, प्राणायाम के विशेष मंत्र होते हैं. वेद मंत्रों के प्रश्न हुए. कालीदास के श्लोक भी पूछे गए. कोर्स से संबंधित सवाल भी पूछे गए.

अभी कौन करता है रामलला की पूजा?

रामलला की पूजा कैसे होगी? रामलला की आरती कैसे होगी? रामलला को भोग कैसे लगाया जाएगा? रामलला को कब कैसे वस्त्र पहनाए जाएंगे? एक पुजारी के लिए ये सब जानना जरूरी है. अब तक रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास हैं. उनके साथ चार और पुजारी हैं. लेकिन आने वाले समय में हो सकता है रामलला के पुजारियों की सूची में शिवानंद मिश्रा और सोनू कुमार शुक्ल जैसे कुछ नए चेहरे दिखें. 

संध्या क्या होती है?

राम मंदिर के पुजारी पद के लिए इंटरव्यू देने वाले सोनू कुमार शुक्ल ने बताया कि एक उत्तरीय वस्त्र में इसी पोशाक में गए थे. सबसे पहले गए. इंटरव्यू लेने वाले जो थे उन्हें प्रणाम किया. सीट पर बैठे. संध्या से जुड़े प्रश्न किए गए. संध्या तीन तरह की होती है. प्रात:, मध्यान और सायं. ब्राह्मणों को तीनों समय की संध्या करनी चाहिए. मंत्र बोलते हुए, ये सब पूछा गया.

इंटरव्यू कब तक होंगे पूरे?

सोनू शुक्ल और शिवानंद मिश्रा का अनुभव उन लोगों के लिए बहुत काम आएगा जिनका इंटरव्यू होना अभी बाकी है क्योंकि 28 नवंबर को आखिरी इंटरव्यू है. अब तक इंटरव्यू के लिए चुने गए 270 लोगों में से 150 का इंटरव्यू हो चुका है और 120 उम्मीदवारों को परीक्षा देनी है. इस जानकारी की पुष्टि के लिए अब हमें इस कहानी में आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण को शामिल करने की जरूरत पड़ गई है जो खुद इंटरव्यू लेने वालों में शामिल हैं.

राम मंदिर में होंगे कितने पुजारी?

आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण ने कहा कि जो चुने जाएंगे उन्हें अर्चक बनने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन प्रशिक्षित प्रमाम पत्र पाए हुए लोगों में से फिर चयन होगा. जितनी आवश्यकता होगी मंदिर को उतने अर्चक का चयन होगा. जिनका चयन नहीं होगा वो अन्य जगह अर्चक हो सकते हैं. अभी हमारे पास 270 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया था. इनमें 150 का साक्षात्कार किया गया है. कुछ लोग नहीं आ पाए. 28 नवंबर को एक और साक्षात्कार होंगे. सैद्धांतिक और प्रैक्टिकल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.

कैसे होगी पुजारियों की ट्रेनिंग?

उन्होंने आगे कहा कि 28 नवंबर तक इंटरव्यू का काम पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद 270 में से कुल 20 उम्मीदवारों का चयन होगा. और चयन के बाद उन्हें 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे वो रामलला की पूजा करने और कराने के योग्य बन सकें. पहले चरण में 6 महीने के अभ्यास में सैद्धांतिक और प्रायोगिक दोनों तरह के अभ्यास कराए जाएंगे. मंदिर और तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तय करेगा कि उन्हें कितने पुजारियों की जरूरत है. सैलरी वगैरह तीर्थ ट्रस्ट के अधिकार का विषय होगा.

पुजारी बनने के लिए क्या जरूरी?

आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण ने बताया कि रामलला के पुजारी बनने के लिए आए आवेदनों में 70 से 80 प्रतिशत उम्मीदवार युवा हैं. इंटरव्यू 10 से 15 मिनट का होता है और इस दौरान इनसे 20 सवाल पूछे जाते हैं. कैंडिडेट कितना निष्ठा संपन्न है. वो कितने तैयार हैं प्रशिक्षण के लिए, उनका उच्चारण कैसा है उनकी भाषा की समझ कितनी है. उनका स्वर कैसा है. उनकी दिनचर्या कैसी है. सुबह जागने और सोने का रूटीन कैसा है. बाल स्वरूप हैं रामलला तो उनके वैभव की रक्षा करने के लिए वो क्या करेंगे. उन्हें कैसे तृप्त करेंगे.

राम मंदिर के पुजारी कैसे कपड़े पहनेंगे?

सेलेक्शन के पैमाने पर बात करते हुए पता लगा कि रामलला के पुजारी बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए आसान तो कतई नहीं है. 140 करोड़ की जनसंख्या वाले राम के देश में राम मंदिर के वो सौभाग्यशाली 20 पुजारी कौन होंगे? इस प्रश्न का उत्तर आपको कुछ ही दिनों में मिल जाएगा लेकिन इस प्रश्न का उत्तर हमारे पास है कि रामलला के पुजारियों का वस्त्र क्या होगा ?

आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण ने बताया कि राम पीताम्बर कहलाते हैं तो पुजारी पीले रंग के चौबंदी वस्त्र धारण करेंगे. सफेद धोती पहनेंगे. अभी तक की बातचीत में इस तरह की ही व्यवस्था है लेकिन जब तक औपचारिक ना हो जाए तब तक नहीं कह सकते.

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