पंचकूला हिंसा: कोर्ट ने राम रहीम के 53 समर्थकों पर देशद्रोह का मामला हटाया, SIT नहीं जुटा पाई सबूत
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पंचकूला हिंसा: कोर्ट ने राम रहीम के 53 समर्थकों पर देशद्रोह का मामला हटाया, SIT नहीं जुटा पाई सबूत

मामले में दायर चार्जशीट पर बहस के दौरान अदालत ने आरोपियों पर लगी देशद्रोह और हत्या के प्रयास को निराधार माना.

डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी पर पंचकूला में हिंसा फैलाने का आरोप था. (फाइल फोटो)

चंडीगढ़ : पंचकूला में डेरा प्रकरण के दौरान हुई हिंसा की पड़ताल कर रही एसआईटी को बड़ा झटका लगा है. कोर्ट के आदेश पर हिंसा के 53 आरोपियों पर से देशद्रोह की धारा हटा ली गई है. इन लोगों में कई ऐसे भी हैं, जो या तो डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के करीबी हैं या फिर डेरा की प्रबंधन समिति के सक्रिय सदस्य रहे हैं. इन सभी डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी पर पंचकूला में हिंसा फैलाने का आरोप हैं. आपको बता दें कि फैसला आने से एक दिन पहले से ही डेरा समर्थकों ने चंडीगढ़, पंचकूला और सिरसा डेरा डाल रखा था.

  1. आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सकी SIT
  2. राम रहीम को दोषी करार दिये जाने के बाद हिंसा शुरू हुई
  3. जिले के कई इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी

सबूत नहीं जुटा पाई SIT
जानकारी के मुताबिक, इस मामले में हरियाणा पुलिस का विशेष जांच दल, आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सकें. इस मामले में दायर चार्जशीट पर बहस के दौरान अदालत ने आरोपियों पर लगी देशद्रोह और हत्या के प्रयास को  निराधार माना. जिसके बाद आरोपियों पर से आईपीसी की धारा 307, 121 और 121-ए  को हटाने के आदेश दिए हैं.

दंगों में 29 लोगों की गई थी जान
आपको बता दें कि 25 अगस्त 2017 को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार का दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में हिंसा शुरू हुई थी. जिसमें 29 लोगों की मौत हो गई थी. 

हिंसा की जांच के लिए गठित की थी SIT
कोर्ट के आदेश के बाद डेरा समर्थकों द्वारा जिले के कई इलाकों में सार्वजनिक स्थानों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी. हिंसा के हालातों में पुलिस की कार्रवाई में कई लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद पूरी घटना की जांच के लिए सरकार द्वारा एसआईटी का गठन किया गया था.  

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हिरासत में लिये थे कई आरोपी
हिंसा के बाद एसआईटी ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य आरोपियों से पूछताछ के लिए आरोपियों को हिरासत में लिया था, जिसके बाद दायर चार्जशीट में कई लोगों पर देशद्रोह और हत्या के प्रयास के मामलों में केस दर्ज किये गए थे. 

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