AIADMK के एक और विधायक ने पार्टी में एकल नेतृत्व का किया समर्थन
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AIADMK के एक और विधायक ने पार्टी में एकल नेतृत्व का किया समर्थन

विधायक ने साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि यदि कोई ‘‘परिवार’’ के लिए पार्टी को बांटने का प्रयास करता है तो उसे एक अन्य ‘‘शशिकला’’ के तौर पर देखा जाएगा.

विधायक आर टी रामचंद्रन ने एक वीडियो में ये बाते कही. (प्रतीकात्मक फोटो)

चेन्नई: तमिलनाडु में सत्ताधारी अन्नाद्रमुक में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, इसका एक और संकेत रविवार को तब मिला जब पार्टी के एक विधायक ने मदुरै से वरिष्ठ नेता वी वी राजन चेलप्पा द्वारा पार्टी को संचालित करने के लिए एकल नेतृत्व की जरुरत पर बल देने का समर्थन किया.

विधायक ने साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि यदि कोई ‘‘परिवार’’ के लिए पार्टी को बांटने का प्रयास करता है तो उसे एक अन्य ‘‘शशिकला’’ के तौर पर देखा जाएगा. 

कुन्नम विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ पदाधिकारी आर टी रामचंद्रन एक वीडियो में कहते दिख रहे हैं, ‘‘मेरी अपील एकल नेतृत्व की है और वह मजबूत और निःस्वार्थ होनी चाहिए.’’ उक्त वीडियो मीडिया को मुहैया कराया गया.

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रामचंद्रन की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी, लेकिन अन्नाद्रमुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे विचार केवल पार्टी के उचित मंच पर रखे जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि खुले में विचार व्यक्त करने से केवल विपक्ष को एक मौका मिलेगा.

विधायक ने कहा कि पार्टी संस्थापक एम जी रामचंद्रन और जे जयललिता ‘‘नि:स्वार्थ’’ थे और उन्होंने पार्टी को ही अपना परिवार माना. विधायक की टिप्पणी के बारे में माना जा रहा है कि यह उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के खिलाफ है. 

उल्लेखनीय है कि पनीरसेल्वम के पुत्र पी रवींद्रनाथ कुमार को तेनी लोकसभा सीट से टिकट दिया गया था, जबकि मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी परिवारवाद के खिलाफ द्रमुक को आड़े हाथ लेते रहते हैं. हालांकि शनिवार को राजन चेलप्पा के विचारों को पनीरसेल्वम के समर्थन में माना जा रहा है.

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